गर्दन पर 20 और हाथ पर 15 टांके, लारेब हाशमी पर चापड़ से हमला,
बस में टिकट के पैसों को लेकर विवाद हुआ
प्रयागराज में हरिकेश विश्वकर्मा के शरीर में कुल 35 टांके लगे हैं. 20 टांके गर्दन पर जबकि 15 टांके हाथ और शरीर के दूसरे हिस्सों पर लगाने पड़े हैं. प्रयागराज में जिस बस कंडक्टर पर चापड़ से जानलेवा हमला किया गया था, उसको लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा का इलाज कर रहे डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई है. हरिकेश की हालत में सुधार हुआ है. अब वो खतरे से बाहर है. उसे कुल 35 टांके लगे हैं. 20 टांके गर्दन पर जबकि 15 टांके हाथ और शरीर के दूसरे हिस्सों पर लगाने पड़े हैं बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा का इलाज प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में जारी है. हरिकेश को आईसीयू से इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया वहीं, हरिकेश पर हमले के आरोपी छात्र लारेब हाशमी को अस्पताल से न्यायिक अभिरक्षा में नैनी जेल भेजा गया है. एनकाउंटर के दौरान लारेब के पैर में गोली लगी सुरक्षा एजेंसियां उससे लगातार पूछताछ कर रही हैं घटना के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आई और एनकाउंटर के दौरान लारेब को गिरफ्तार कर लिया. बताया गया कि बस में टिकट के पैसों को लेकर विवाद हुआ था. सबके सामने अपनी बेइज्जती से लारेब खफा था. इसलिए उसने चापड़ से कंडक्टर पर जानलेवा हमला कर दिया. लेकिन लारेब ने घटना के तुरंत बाद वीडियो बनाकर पूरे मामले को अलग ही को अलग ही दिशा दे डाली.
बस कंडक्टर पर चापड़ से जानलेवा हमला करने वाले आरोपी इंजीनियरिंग छात्र लारेब हाशमी ने स्वीकार किया है कि वो पाकिस्तान के कट्टरपंथी नेता खादिम मौलाना हुसैन रिजवी की आइडियोलॉजी को मानता है. वो उनके वीडियो देखता रहता है. उसने स्वीकार किया कि धार्मिक कट्टरता के चलते ही उसने कंडक्टर पर हमला किया इससे पहले लारेब ने ये भी कहा था कि वो माफिया अतीक अहमद का बहुत बड़ा फैन है. यही वजह है कि उसने अतीक की तरह अपने सिर पर सफेद साफा बांधना शुरू कर दिया कर दिया था. उसकी हत्या के बाद उसे बहुत दुख हुआ था. इतना ही नहीं पुलिस हिरासत में लारेब बहुत बेबाकी से जवाब दे रहा था. उसने यहां तक कहा कि उसे पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है. उसने अपना बदला पूरा कर लिया है. अब वो सुकून से सो सकेगा.उधर, हाशमी का वीडियो सामने आने के बाद ATS और IB ने लारेब के करीबियों और और परिवार पर भी शिकंजा कसा है. उन सभी से भी पूछताछ चल रही है. लैपटॉप और अन्य दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. पूछताछ में पता चला है कि लारेब हाशमी वो सेल्फ रेडिकलाइज्ड हो गया था. जिहादी वीडियोज देखकर वो शरीयत लागू करने का हिमायती बन गया था. उसने पाकिस्तान के एक कट्टर मौलाना के वीडियोज को देखकर धार्मिक और उन्मादी नारे लगाए थे. घर पर वो अपने लैपटॉप और मोबाइल में सबसे ज्यादा जिहादी वीडियोज को ही देखता था. उसने वीडियो के मैसेज बॉक्स में कमेंट कर पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़ने की कोशिश की थी. हर 15 दिन में लारेब हाशमी अपनी सर्च हिस्ट्री क्लियर कर रहा था. फिलहाल, यूपी एटीएस उसके पास से जब्त किए लैपटॉप से डाटा रिकवरी करने में लगी हुई है /