अलीगढ़

जैनों के सर्वोच्च तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर तीर्थयात्रा पर अलीगढ़ जैन समाज के 260 यात्री रवाना

जैन धर्म के 20 तीर्थंकर एवं करोड़ों लाखों मुनि इसी पहाड़ पर से मोक्ष गए

सोमवार को प्रात: नेताजी एक्सप्रेस से आचार्य श्री विद्यासागर जैन तीर्थयात्रा संघ के नेतृत्व मे झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले के मधुबन शहर स्थित श्री सम्मेद शिखर की 6 दिवसीय 8 वीं तीर्थयात्रा पर अलीगढ़ जैन समाज के 260 यात्री रवाना हुए। जैन धर्म के 20 तीर्थंकर एवं करोड़ों लाखों मुनि इसी पहाड़ पर से मोक्ष गए है। प्रत्येक वर्ष जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस पर इस तीर्थयात्रा पर यात्री जाते है। इस वर्ष यह पर्व 31 जुलाई को देश विदेश मे पूरी धर्म प्रभावना के साथ निर्वाण लाडू समर्पित कर मनाया जायेगा। श्री दिगम्बर जैन महासमिति एवं जैन समाज सेवा समिति (रजि.) अलीगढ़ के पदाधिकारियों ने स्टेशन पहुंचकर सभी यात्रियों का माला पहनाकर यात्रा मंगलमय की शुभकामनाएं प्रेषित की। प्रांतीय महामंत्री राजीव जैन ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर धर्म में तीर्थ का महत्व है। हिन्दुओं में वैष्णो देवी, इस्लाम में मक्का-मदीना, सिख में अमृतसर… वैसे ही जैन धर्म में श्री सम्मेद शिखर जी की यात्रा का महत्व है। तीर्थों की यात्राएं जीवन के अर्थ बदल सकती हैं। उन्होंने कहा कि वे सभी सौभाग्यशाली हैं, जो इस स्वर्णिम यात्रा के सहयात्री बन तीर्थराज की वंदना में भाग लेकर जीवन के उस अर्थ को प्रारंभ करने जा रहे हैं, जो अक्षय और अनंत सुख को देने वाले हैं। नीरज जैन एवं मुकेश जैन ने कहा कि तीर्थयात्रा से सत्य का बोध और पापों का शमन होता है। मुनेश जैन एवं मयंक जैन ने बताया कि शिखरजी यात्रा जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुभव है, जो उन्हें अपने धर्म के इतिहास और शिक्षाओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करती है शिखरजी की यात्रा में लगभग 27 किलोमीटर की पैदल यात्रा है जिसमें विभिन्न टोंक (पहाड़ी चोटियाँ) पर तीर्थंकरों के चरण दर्शन किए जाते हैं ।इस मौके पर यात्रा संघ के अशोक जैन,सुमित जैन ,हेमेंद्र जैन ,अर्पित जैन ,सौरभ जैन,संजय जैन ,पवन जैन, अरिहंत जैन,प्रद्युम्न कुमार जैन,कुणाल जैन ,सौरभ जैन पांड्या,गौरव जैन ,कमल जैन,उत्तम जैन,मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

JNS News 24

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