महिला की आंखों में से निकाले गए 60 जिंदा कीड़े
क्टर हैरान रह गए. उन्होंने इस मामले को दुर्लभ बताया.
चीन में एक शॉकिंग मामला सामने आया है. डॉक्टरों ने एक भयानक ऑपरेशन किया है, जिसमें उन्होंने एक महिला की आंखों से 60 से अधिक जिंदा कीड़े निकाले हैं. यह देख कर डॉक्टर हैरान रह गए. पीड़ित महिला का नाम सामने नहीं आया है. आखिर महिला की आंखों में कीड़े कैसे पनपे? इसकी वजह जो सामने आई है, उसे जान कर आप दंग रह जाएंगे. द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित महिला की आंखों में खुजली हो रही थी. एक दिन, उसने इससे राहत पाने के लिए अपनी आखों को उंगली से रगड़ा. इसके बाद जो हुआ, उसे देख कर वह हैरान रह गई, क्योंकि उसकी आंख से एक परजीवी कीड़ा (Parasite Worm) बाहर गिर गया. वह घबरा गई. इसके बाद उसे चीन के कुनमिंग (Kunming) के एक लोकल हॉस्पिटल में ले जाया गया.
जांच करने पर जब डॉक्टरों को पता चला कि उसकी आंखों और पलकों के बीच की जगह में कीड़े रेंग रहे हैं, तो वे हैरान रह गए. डॉक्टरों ने उसकी दाहिनी आंख से 40 से अधिक और बायीं आंख से 10 से अधिक जीवित कीड़े निकाले. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुल मिलाकर उसकी आंखों से 60 से अधिक परजीवी कीड़े निकाले गए.डॉक्टर गुआन (Dr Guan) ने महिला की आंखों का ऑपरेशन किया. उनका कहना है कि परजीवियों की 60 से अधिक संख्या की वजह से यह एक दुर्लभ मामला बन गया है. डॉक्टरों का मानना था कि वह फिलारियोइडिया (Filarioidea) प्रकार के राउंडवॉर्म (Roundworm) से संक्रमित थी, जो मक्खी के काटने से फैलता है.
आंखों में कैसे पनपे कीड़ेपीड़ित महिला का मानना है कि इसकी अधिक संभावना है कि वह कुत्तों या बिल्लियों से संक्रमित हुई है, जो अपने शरीर पर संक्रामक लार्वा (Infectious Larvae) ले जाते हैं. वह सोचती है कि उसने जानवरों को छुआ होगा और उसके तुरंत बाद अपनी आंखें मल ली होंगी. अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो आपको इससे बचना चाहिए. डॉक्टरों ने पीड़ित महिला को बार-बार जांच के लिए वापस आने के लिए कहा है, क्योंकि हो सकता है कि वहां संक्रामक लार्वा रह गया हो. डॉक्टरों ने यह भी कहा कि उसे पालतू जानवरों को छूने के तुरंत बाद अपने हाथ धोने चाहिए. कुछ राउंडवॉर्म प्रजातियां आंख के कंजंक्टिवा (Conjunctiva) पर बसने के लिए जानी जाती हैं. ये कीड़े आमतौर पर अफ्रीका में अधिक पाए जाते हैं. इस राउंडवॉर्म से संक्रमित आखों में सूजन हो सकती है. हालांकि कुछ मामलों में वे अंधापन का भी कारण बन सकते हैं.