BJP ने मोहन यादव को एमपी का सीएम चुना
विधायक दल की बैठक होने के बाद मोहन यादव के नाम पर मुहर लगी
मोहन यादव मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे निकल जाएंगे। BJP ने मोहन यादव को एमपी का सीएम चुना और इस एलान के साथ मोहन यादव ने सीएम पद तक पहुंचने की रेस में सबको पीछे छोड़ दिया। विधायक दल की बैठक होने के बाद मोहन यादव के नाम पर मुहर लगी।कहते हैं समय बड़ा बलवान होता है और ये आज साबित हो गया। बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए सोमवार को भोपाल में बैठक हुई। इसके बाद बीजेपी कार्यालय में नवनिर्वाचित विधायकों और केंद्रीय पर्यवेक्षकों का फोटो सेशन भी हुआ।इस फोटो सेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की गई। जब आप इस तस्वीर को गौर से देखेंगे तो पता चलेगा कि पहले कतार में भाजपा के सभी प्रमुख नेता बैठे हुए है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल और प्रह्लाद सिंह पटेल समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। वहीं, पहली और दूसरी कतार को छोड़ दें तो तीसरी कतार में लेफ्ट साइड में डॉ मोहन यादव बैठे नजर आए।
मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे निकले मोहन यादव
संभावित रूप से शायद इस बात का किसी को भी अंदाजा नहीं था कि तीसरी कतार में बैठे मोहन यादव मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे निकल जाएंगे। भाजपा ने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का सीएम चुना है और इस एलान के साथ ही मोहन यादव ने सीएम पद तक पहुंचने की रेस में सबको पीछे छोड़ दिया। बता दें कि इन तस्वीरों को मोहन यादव ने अपने फेसबुक हैंडल पर भी शेयर किया है।जब भतीजी ने बोला- मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा
मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के साले की बेटी डॉक्टर प्रज्ञा ने भी हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा कि फूफा जी मुख्यमंत्री बन गए हैं। नईदुनिया से बात करते हुए डॉक्टर प्रज्ञा ने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। अपने फूफा की विशेषता बताते हुए उन्होंने कहा कि वह बहुत ही सरल मृदुभाषी और हंसमुख स्वभाव के हैं।
बता दें कि डॉक्टर प्रज्ञा मध्य प्रदेश के होने वाले मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के दूसरे नंबर के साले की बेटी हैं जो यहां शहडोल में पंडित एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय में कॉमर्स विषय की प्रोफेसर है।पहली और दूसरी कतार को पीछे छोड़ मोहन यादव सबसे आगे निकले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद के लिए मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव हाईकमान के सामने रखा था। विधायक दल की बैठक होने के बाद मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई गई। उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव संघ के काफी करीबी माने जाते है। वह शिवराज कैबिनेट के समय उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। वह लगातर तीन बार से विधायक का चुनाव जीतते आ रहे हैं। पहली बार 2013 में वह विधायक बने थे। इसके बाद 2018 में उज्जैन दक्षिण सीट से चुनाव जीता था। 2020 में उन्हें शिवराज कैबिनेट में शामिल किया गया था।