जिलाधिकारी ने विभिन्न पटलों पर लम्बित प्रकरणों के तीन दिन में निस्तारण के दिये निर्देश
किसी भी पटल पर प्रकरण लम्बित के कारण जनपद की रैंकिंग प्रभावित होने पर सम्बन्धित प्रभारी अधिकारी उत्तरदायी
अलीगढ़ –(सू0वि0) जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी समेत सभी एडीएम, एसडीएम, विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आपके द्वारा आवंटित कार्य के अनुरूप अपने अधीनस्थ पटलों का सही प्रकार से पर्यवेक्षण नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण शासन स्तर को प्रेषित किये जाने वाले प्रकरणों में एवं स्थानीय स्तर पर लिये जाने वाले निर्णयों में कार्यवाही, पत्रावलियों समय से संचालित व प्रेषित नहीं की जाती हैं और इनके कारण सही समय पर एवं तत्परतापूर्वक कार्यवाही पूर्ण नहीं हो पाती है।
डीएम ने यह भी अवगत कराया है कि शासन की मंशा के अनुरूप किसी भी पटल पर 03 दिवस से अधिक कोई भी प्रकरण विलम्बित नहीं होना चाहिये, किन्तु आप लोगों की पर्यवेक्षणीय शिथिलता के कारण इनका परिपालन सही प्रकार से नहीं हो रहा है। यहां तक कि विभिन्न आयोगों और शासन को भेजे जाने वाले सन्दर्भों में भी कई बार अनुस्मारक प्राप्त होने के बावजूद कार्यवाही नहीं हो पाती है, जिसके कारण अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ता है। यदि भविष्य में किसी भी पटल पर प्रकरण लम्बित रहने के कारण जनपद की रैंकिंग में अथवा शासन के समक्ष या विभिन्न आयोगों के समक्ष प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न होती है तो इनके लिये सम्बन्धित प्रभारी अधिकारी को सीधे उत्तरदायी मानते हुये कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि 15 दिसम्बर तक ऐसे समस्त लम्बित प्रकरण निस्तारित कर दिये जायें या इन पर जिलाधिकारी स्तर से निर्णय होना है तो तत्काल प्रस्तुत कर दिये जायें। इसके उपरान्त यदि 03 दिवस से अधिक कोई प्रकरण अनावश्यक लम्बित पाया गया तो उसके लिये दण्डन की कार्यवाही की जायेगी।