हथकड़ी में जॉइनिंग लेने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के दफ्तर पहुंचे
टीचर ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा जेल में रह कर ही दी
बिहार में एक नव नियुक्त शिक्षक जब हथकड़ी में जॉइनिंग लेने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के दफ्तर पहुंचे तो लोग हैरान रह गए। इन टीचर ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा जेल में रह कर ही दी और पास भी किया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस टीम उन्हें जॉइनिंग के लिए लेकर पहुंची। बिहार की ये खबर अब चर्चा का विषय बन चुकी है। गुरुजी की हथकड़ी वाली तस्वीर भी वायरल है।नालंदा: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बिहार में अलग तरह की मुहिम छेड़ रखी है। ये पहली बार है कि जब किसी आईएएस ने बिहार में शिक्षा को दुरुस्त करने के लिए किसी की परवाह नहीं की। हालांकि इस दौरान कई फैसले आलोचना की वजह भी बने। लेकिन उनके इसी कदमों ने कई लोगों को प्रेरित भी कर दिया है। इतना कि वो हथकड़ी में शिक्षक की जॉइनिंग लेने के लिए पहुंच रहे हैं। चौंकिए मत, ये सच है। बिहार में एक शिक्षक जॉइनिंंग लेने के लिए हथकड़ी के साथ पहुंचे। उनके साथ पुलिस की एक टीम भी थी। पूरा मामला जान कर आप भी हैरान रह जाएंगे।किसी भी इंसान को जेल जाने के बाद समाज उस व्यक्ति को हीन नजर से देखता है । जिस कारण उसका जीवन कठिन हो जाता है। चाहे वह इंसान उस घटना में शामिल हो या न हो। नालंदा जिला के राज किशोर चौधरी भी ऐसे ही लोगों में से हैं जिन्हें जेल जाना पड़ा। लेकिन राजकिशोर ने साबित कर दिया कि जेल जाने के बाद भी समाज में बेहतर जीवन जीने के कई मौके मिल सकते हैं। उन्होंने बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में सफलता हासिल की। इसके बाद वो नियुक्ति पत्र लेने के लिए जेल से हथकड़ी के साथ जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचे। अब सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में जो युवक दिख रहा है वी राज किशोर चौधरी हैं। राजकिशोर रहुई थाना कांड संख्या 126/18 के विचाराधीन बंदी हैं।
डीईओ कार्यालय में लोगों ने जब हथकड़ी में नवनियुक्त गुरुजी को देखा तो हैरान रह गए। दरअसल राज किशोर चौधरी के खिलाफ घरेलू विवाद का मामला चल रहा है। वे न्यायिक हिरासत में हैं। राजकिशोर ने जेल में रहकर ही शिक्षक बहाली के लिए बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा दी थी। इसमें वे सफल भी हुए। न्यायालय के आदेश पर काउंसिलिंग में उपस्थित हुए। उसके बाद बिहाशरीफ व्यवहार न्यायालय ने जेल अधीक्षक को कार्यालय जाकर नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराने और स्कूल में योगदान कराने की व्यवस्था करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश पर राजकिशोर को पुलिस हिरासत में नियुक्ति पत्र लेने के लिए भेजा गया। उनके हाथों में हथकड़ी लगी थी। राजकिशोर ने जब डीईओ कार्यालय में नियुक्ति पत्र देने की मांग की तो वहां मौजूद अधिकारी हैरत में पड़ गये। नियोजन प्रभारी सुमित कुमार और विधि प्रभारी अमित कुमार मिश्रा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी जियाउल होदा खान से फोन पर बात की। इसके बाद आवश्यक कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद नियुक्ति पत्र दे दिया गया। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज किशोर चौधरी को तिउरी हाई स्कूल में योगदान देना है।