धार्मिक

पैर अपने जीवन में कभी न छुए, हो सकते हैं आपके सारे पुण्य नष्ट

आपसे बड़ा या सम्मानित व्यक्ति से आपकी मुलाकात हो तो उनके चरण स्पर्श जरूर करने चाहिए।

हिंदू धर्म में वर्षों से संतों और बड़े बुजुर्गों के पैर छूने की परंपरा चली आ रही है। शास्त्रों में भी व्यक्ति के पैर छूने के कई नियम और तरीके बताए गए हैं। इसके अलावा शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि कब और कैसे लोगों के पैर व्यक्ति को नहीं छूने चाहिए। यदि आप किसी के पैर छू रहे हैं तो इन बातों का खास ख्याल रखें। आइए जानते हैं शास्त्रों में कैसे लोगों के पैर छूना पाप माना जाता है।शास्त्रों में बताया गया है कि व्यक्ति को भगवान की प्रतिमा के आगे किसी के पैर नहीं छूने चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, भगवान से बड़े कोई नहीं हैं इसलिए यदि आप भगवान की प्रतिमा के आगे हैं तो सबसे पहले भगवान के चरण स्पर्श करें। साथ ही मंदिर में भी किसी भी बड़े बुजुर्ग या अपने से बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उनके पैर न छुएं। आप चाहें तो उन्हें हाथ जोड़कर प्रणाम कर सकते हैं।

लेटे हुए व्यक्ति के पैर नहीं छूने चाहिए

धार्मिक शास्त्रों और मान्यताओं के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति लेटा हुआ है या फिर सो रहा है तो उसके पैर नहीं छूने चाहिए। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से उस व्यक्ति की आयु कम हो जाती है।शास्त्रों में बताया गया है कि दामाद से चरण स्पर्श नहीं कराने चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के सारे पुण्य नष्ट हो जाते हैं। दामाद को सिर्फ अपने सास ससुर को प्रणाम करके आशीर्वाद लेना चाहिए।शास्त्रों में बताया गया है कि जो व्यक्ति श्मशान से लौट रहा हो उसके पैर नहीं छूने चाहिए। अंतिम संस्कार से लौटने के बाद व्यक्ति अशुद्ध हो जाता है। इसलिए उनके पैर छूने के लिए मना किया जाता है।

JNS News 24

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