थानगांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार को जमीन विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर दबंगों ने हमला बोल दिया
लाठी-डंडों से अचानक हुए हमले में दो सिपाही घायल हो गए।
सीतापुर। थानगांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार को जमीन विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर दबंगों ने हमला बोल दिया। लाठी-डंडों से अचानक हुए हमले में दो सिपाही घायल हो गए। बीच-बचाव में जुटा एक अन्य ग्रामीण भी चोटिल हो गया। उधर, पुलिस टीम पर हमले की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। थाने से अतिरिक्त पुलिस फोर्स पहुंच गई। पुलिस ने एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी चक्रेश मिश्र ने बताया कि सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
सुजातपुर ग्राम पंचायत निवासी रामभजन का गांव के ही केसरी और उसके भाइयों से जमीन को लेकर विवाद है। लंबे समय से दोनों पक्ष जमीन पर अपना-अपना दावा कर रहे थे। रामभजन ने बताया कि शुक्रवार सुबह आरोपी ट्रैक्टर से जमीन को जोतने लगे। जब रोका तो आरोपियों ने फायरिंग करते हुए पीड़ित की बाइक तोड़ दी। दोनों में मारपीट होने लगी। इसी बीच किसी ने पुलिस को मामले की जानकारी दे दी। मौके पर एक पुलिस टीम पहुंची। इस पुलिस टीम में दो आरक्षी शामिल थे।सिपाहियों ने विवाद को शांत कराना शुरू किया तो एक पक्ष के लोग उनसे भिड़ गए। पुलिस की मौजूदगी में मारपीट होने लगी। इस मारपीट में आरक्षी पवन प्रजापति, रूपेश कुमार के साथ ग्रामीण रामजी तिवारी जख्मी हो गए। सिपाहियों के घायल होने की सूचना थाने पहुंची तो हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में थाने से काफी फोर्स मौके पर पहुंच गई।
एसओ दयाशंकर ने बताया कि घायलों का मेडिकल कराया गया है। रामभजन की तहरीर के आधार पर तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एक आरोपी पीतांबर को गिरफ्तार भी किया गया है। इस मामले में केसरी, दीपू व पीतांबर को नामजद किया गया है। ये तीनों भाई हैं। पुलिस के मुताबिक पीतांबर व केसरी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। पीतांबर से पूछताछ की जा रही है। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
घटना छिपाने पर फटकारे गए एसओ
घटना शुक्रवार सुबह करीब दस बजे हुई। इसके बाद भी स्थानीय पुलिस ने मामले की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को नहीं दी। एएसपी दक्षिणी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह को शाम करीब चार बजे मामले की जानकारी किसी अन्य माध्यम से हुई। उन्होंने एसओ दयाशंकर को फोन कर घटना की जानकारी मांगी। जब एसओ ने घटना को स्वीकार किया तो एएसपी ने एसओ को जमकर फटकारा। कहा दोबारा ऐसा किया तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।दो पक्षों में विवाद हुआ था। सिपाही मामूली से चोटिल हुए हैं। दोनों पक्षों की तहरीर पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। किसी सरकारी कर्मचारी की तहरीर पर कोई मुकदमा नहीं लिखा गया है।