उत्तर प्रदेश से इजराइल जाएंगे 10 हजार पंजीकृत निर्माण श्रमिक, मण्डल भर से 54 निर्माण श्रमिकों ने इजराइल जाने की दी सहमति
पंजीकृत निर्माण श्रमिकों से दूरभाष पर संपर्क करने में जुटा श्रम विभाग
अलीगढ़ (सू0वि0) जनपद में सवा दो लाख मजदूर पंजीकृत हैं। पंजीकृत मजदूरों में निर्माण कार्य से जुड़े मजदूर दिन-रात कड़ी मेहनत करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। भारत सरकार द्वारा एनएसडीसी इंटरनेशनल कंपनी को निर्माण श्रमिकों को इजराइल भेजने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश से लगभग 10000 निर्माण श्रमिक इजराइल भेजे जाने हैं।इजराइल और हमास के मध्य महीनों से जंग जारी है। यह जंग अलीगढ़ के पंजीकृत श्रमिकों के लिए अवसर लेकर आई है। भवन निर्माण से जुड़े श्रमिक इजराइल काम करने के लिए जाएंगे। इसके लिए कंपनी की तरफ से चयनित श्रमिकों का कम से कम एक वर्ष और अधिकतम 5 वर्ष के लिए अनुबंध किया जाएगा।उप श्रम आयुक्त सियाराम ने बताया कि पंजीकृत श्रमिकों का चयन होने के उपरांत कार्य करने की एवज में प्रतिमाह लगभग 1,40,000 रुपए पारिश्रमिक दिया जाएगा। कंपनी द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से चयन होगा। इजराइल जाने वाले निर्माण श्रमिकों का 3 वर्ष से श्रम विभाग में पंजीकरण और 21 से 45 वर्ष के मध्य उम्र होना जरूरी है। इजराइल जाने वाले श्रमिकों को आने-जाने का खर्चा स्वयं करना होगा। सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत चिकित्सा बीमा एवं प्रवासी भारतीय बीमा योजना 2017 की सुविधाएं अनुमन्य होंगीं।
पंजीकृत श्रमिकों से दूरभाष पर किया जा रहा संपर्क:
डीएलसी ने बताया कि पंजीकृत श्रमिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्यालय में चार कर्मचारियों के माध्यम से श्रमिकों से दूरभाष पर संपर्क स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में सेरेमिक टाइल्स के 2500, प्लास्टरिंग के 6000, आयरन बंेडिंग के 1500 कुशल कारीगर पंजीकृत हैं। डीएलसी ने बताया कि अलीगढ़ में 14, हाथरस में 13, एटा में 15 एवं कासगंज में 12 श्रमिकों ने इजराइल जाने के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी है।