पीएम किसान: पहले कई किसानों को कर दिया था स्कीम से बाहर, अब फिर 34 लाख को जोड़ा
सरकार का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा पात्र किसानों तक पीएम किसान योजना का लाभ पहुंचाना है.
सरकार की ओर से किसानों के हित के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जाती हैं. इन योजनाओं के जरिए किसान भाइयों को आर्थिक मदद भी दी जाती है. किसान भाइयों को आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है. जिसके जरिए पात्र किसान भाइयों के खातों में हर साल 6 हजार रुपये की धनराशि ट्रांसफर की जा रही थी. लेकिन सरकार ने बड़े स्तर पर किसानों को स्कीम से बाहर कर दिया था. लेकिन अब सरकार ने लाखों किसानों को स्कीम में फिर से शामिल किया है.रिपोर्ट्स के अनुसार अप्रैल से जुलाई 2022 के बीच लाभार्थी किसानों की संख्या 10.47 करोड़ थी. कुछ ही महीनों बाद गिर गई और 8.12 करोड़ हो गई है. लेकिन अब सरकार ने 34 लाख किसानों को योजना में जोड़ा है. जिसमें सबसे अधिक किसान यूपी के बताए जा रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा पात्र किसानों को योजना का लाभ प्रदान करना है.
क्या हैं आंकड़े
34 लाख किसान भाइयों में से उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 8.50 लाख किसान, राजस्थान में 2.39 लाख, मणिपुर में 2.27 लाख, झारखंड में 2.2 लाख और महाराष्ट्र के 1.89 लाख किसान शामिल हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार विकसित भारत यात्रा के जरिए भी इस योजना में बड़ी संख्या में किसानों को जोड़ा जा रहा है. ये यात्रा 15 नवंबर को शुरू हुई है जोकि 26 जनवरी तक चलेगी. पीएम किसान योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को हर चार महीने में डीबीटी के जरिए समान किस्तों में 6,000 रुपये मिलते हैं. यह योजना 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 24 फरवरी, 2019 को शुरू की गई थी.
क्या बोले कृषि मंत्री
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा को बताया कि जुलाई 2022 तक पीएम किसान लाभार्थियों की संख्या 10.47 करोड़ थी, लेकिन एक साल में 20 प्रतिशत की कमी आई है. इसी साल 15 नवंबर को भारत संकल्प यात्रा में 34 लाख लोग शामिल हुए. इसमें सबसे अधिक किसान उत्तर प्रदेश में हैं.