वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन जॉब दिलाने के नाम पर तीन महीने में 60 करोड़ रुपये ठगे,
गुजरात के गांधीनगर से रूपेश ठक्कर और पंकज भाई ओड नाम के ठगों को गिरफ्तार किया
मुंबई पुलिस ने ऑनलाइन जॉब और वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी करने वाले दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों कथित तौर पर घर बैठे आसान काम करके लाखों रुपये कमाने का झांसा देकर लोगों को ठगते थे. ये ठग कई लोगों को लाखों रुपये की चपत लगा चुके हैं.उन्होंने बताया कि आरोपियों की ओर से इस्तेमाल किए गए बैंक खातों में तीन महीने में 60 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ है. पुलिस ने इन खातों में 1.1 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है और इनके दूसरे साथियों की तलाश में जुटी है.रिपोर्ट के मुताबिक, यहां वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टिट्यूट के हॉस्टल में रहने वाले 19 साल के एक छात्र ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ जालसाजों ने उनसे वॉट्सऐप के जरिये संपर्क किया था. ठगों ने उन्हें घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का झांसा दिया. उन्हें एक टेलीग्राम चैनल में जोड़ा गया. बाद में जालसाजों ने उन्हें बेहतर रिटर्न का वादा करते हुए अलग-अलग खातों में पैसे जमा करने के लिए कहा. वह ठगों के झांसे में आ गया और उनके खाते में 2.45 लाख रुपये जमा कर दिए. बाद में जब काम नहीं मिला तो ठगी का पता चला.
बैंक अकाउंट की मदद से चला आरोपियों का पता
इस शिकायत के बाद माटुंगा थाना पुलिस एक्शन में आई और उन बैंक खातों को ट्रैक किया जिनमें छात्र ने रुपये जमा कराए थे. इसके बाद इन खातों के जरिये ठगों का पता लगाया गया. आरोपियों के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस की एक टीम गुजरात के गांधीनगर पहुंची और वहां से रूपेश ठक्कर (33) और पंकज भाई ओड (34) को गिरफ्तार किया.
33 डेबिट कार्ड और चेकबुक बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से 33 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, अलग-अलग बैंकों की 32 चेक बुक, छह मोबाइल फोन और 28 सिम कार्ड भी बरामद किए. इन आरोपियों पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है.