सीतापुर

नौ दिन फार्म हाउस की कोठरी में बंधक बना दरिंदगी,

कत्ल कर नदी किनारे मिट्टी में दबाई लाश,शव बरामद करने के बाद बाराबंकी में पोस्टमार्टम कराया। 

यूपी के बाराबंकी जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां रेठ नदी के किनारे मिट्टी में नाबालिग की लाश दबी मिली है। नाबालिग 25 दिन पहले सीतापुर जिले से लापता हुई थी। नाबालिग की गैंगरेप के बाद हत्या की गई थी।सीतापुर से 25 दिन पहले लापता हुई एक किशोरी का शव शनिवार रात बाराबंकी शहर कोतवाली क्षेत्र में रेठ नदी के किनारे मिट्टी में दबा मिला। सीतापुर पुलिस ने हत्या में शामिल दो युवकों की निशानदेही पर शव बरामद करने के बाद बाराबंकी में पोस्टमार्टम कराया।

दोनों युवक किशोरी को नौकरी का लालच देकर पहले लखनऊ ले गए फिर बाराबंकी में ही एक ईंट-भट्ठे पर करीब नौ दिन तक बंधक बनाए रखा। बाराबंकी जिले के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के एक गांव की 17 साल की किशोरी कुछ दिन से सीतापुर जिले में महमूदाबाद में किराए पर रहकर काम करती थी। 14 दिसंबर को किशोरी ने परिजनों से मोबाइल पर बताया था कि वह बाराबंकी आ रही है लेकिन शाम छह बजे उसका मोबाइल अचानक बंद हो गया। 17 दिसंबर को किशोरी की मां ने महमूदाबाद कोतवाली पहुंचकर बाराबंकी के ही गदिया गांव के युवक सूरज पर पुत्री के अपहरण का केस दर्ज कराया। सीतापुर के महमूदाबाद कोतवाली की पुलिस ने किशोरी की कॉल डिटेल खंगाली तो कुछ और ही खुलासा हुआ। लापता होने से ऐन वक्त पहले किशोरी ने बाराबंकी के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के कटरा भयारा गांव निवासी आदित्य से बात की थी।एक दिन पहले सीतापुर पुलिस ने आदित्य व उसके मसौली थाना क्षेत्र के बाबापुरवा गांव निवासी अतुल यादव को गिरफ्तार किया था। दोनों से पूछताछ में पता लगा कि 14 दिसंबर को उन्होंने किशोरी को नौकरी का झांसा देकर सीतापुर से बाराबंकी बुलाया था।दोनों किशोरी को लेकर आदित्य की चचेरी मौसी के यहां लखनऊ ले गए। मौसी से किशोरी को अपनी बहन बताया और कहीं नौकरी दिलावाने की बात कही। मगर शक होने पर मौसी ने दोनों को घर से भगा दिया। दोनों किशोरी को बाराबंकी में ईंट भट्ठे के निकट एक फॉर्म हाउस में ले गए। खाली पड़े इस फॉर्म हाउस की एक कोठरी में किशोरी को नौ दिन तक रखा और सामूहिक दुष्कर्म किया।महमूदाबाद कोतवाली के एसएचओ ओमवीर सिंह चौहान ने बताया कि 23 दिसंबर को किशोरी ने विरोध किया और जाने लगी तो दोनों ने दुपट्टे से उसकी गला कसकर हत्या कर दी। रात में ही शव रेठ नदी के किनारे ले जाकर मिट्टी में दबा दिया। पुलिस ने किशोरी का बैग व मोबाइल भी बरामद किया है।

नामजद आरोपी मिला बेगुनाह
पुलिस के अनुसार किशोरी की मां द्वारा गदिया गांव के जिस सूरज नामक युवक के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था वह बेगुनाह मिला। सूत्रों ने बताया कि उसकी किशोरी से बात तो होती थी मगर वह पूरी घटना से अंजान था। किशोरी के गायब रहने के बाद उसे कई बार पूछताछ हुई।

माता पिता का सहारा बनना चाहती थी बेटी

पोसटमार्टम हाउस में मिले किशोरी के परिजनाें ने बताया कि वह कक्षा आठ तक पढ़ी थी। घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के कारण किशोरी माता पिता का सहारा बनना चाहती थी। वह अपने छोटे भाई को पढ़ाना भी चाहती थी। बेटी की याद करके पिता बार- बार फफक पड़ रहा था।

JNS News 24

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!