कासगंज पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य: बोले- ‘बाबा साहब के सपनों के खिलाफ काम कर रही केंद्र सरकार’
र्व मंत्री व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा
उत्तर प्रदेश में कासगंज के गंजडुंडवारा पहुंचे पूर्व मंत्री व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के दौरान कार सेवकों पर गोली चलाने का फैसला उस समय सरकार का सही फैसला था। कहा कि समाज को महिलाओं की शिक्षा पर ध्याना देना चाहिए। महिलाओं की शिक्षा के बगैर कोई भी समाज और देश तरक्की नहीं कर सकता। मौर्य मंगलवार को बौद्ध एकता समिति की ओर से गनेशपुर में आयोजित बौद्ध जन जागरूकता सम्मेलन में मौजूद लोगों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन के दौरान सावित्रीबाई फुले और फातिमा शेख की जयंती भी मनाई गई। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम रहे।पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि संविधान बराबरी की आजादी देता है। संविधान के मुताबिक समाज से छुआछूत और भेदभाव की भावना खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिक्षा पर भी समाज को उचित ध्यान देना चाहिए। महिलाओं की शिक्षा के बगैर कोई भी समाज और देश तरक्की नहीं कर सकता।
राष्ट्रमाता फातिमा शेख ने राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले का बहुत साथ दिया और जब सावित्रीबाई फुले को स्कूल के लिए जगह की जरूरत पड़ी तो फातिमा शेख ने स्कूल खोलने के लिए अपने घर में जगह दी। आज की केंद्र सरकार शिक्षा का व्यवसायी करण कर रही है जो बहुजन समाज के हित में नहीं है।पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि बोलने की आजादी ज्ञान से आई है शिक्षा से आई है। शिक्षा ही जीवन में आगे बढ़ाने के माध्यम का प्रबंध करती है। शिक्षा के समान अवसर हर किसी को प्रदान किए जाने चाहिए। यही कोशिश बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने की थी। मौजूदा केंद्र सरकार सरकारी क्षेत्र में निजीकरण करके शिक्षा और नौकरी में समान अवसर को लगभग खत्म कर चुकी है। केंद्र सरकार बाबा साहब के सपनों के खिलाफ काम कर रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि सावित्रीबाई फुले और फातिमा शेख ने जो कोशिश कन्याओं की शिक्षा के लिए की थी वह बहुत महत्वपूर्ण है।