अलीगढ़ में चमका पीतल बाजार, राम मंदिर मॉडल की जबरदस्त मांग
कारोबारी बेहद खुश हैं, लोगों में पीतल के राम मंदिर की ज़बरदस्त डिमांड है.
22 जनवरी को अयोध्या धाम में होने जा रही प्राण प्रतिष्ठा के चलते देश और दुनिया में जहां राममय माहौल देखने को मिल रहा है, वहीं इस माहौल से कारोबार में भी उछाल देखने को मिल रहा है. अलीगढ़ में पीतल मूर्ति का कारोबार करने वाले कारोबारी हनुमंत गांधी बिल्कुल राम मंदिर की तरह आकर्षक डिजाइन के मॉडल तैयार कर रहे हैं, जिनका इन दिनों खूब आर्डर मिल रहे हैं. कारोबारी भी इस मंदिर की मांग को देखकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
पीतल के राम मंदिर बनवा रहे कारोबारी हनुमंत राम ने बताया कि अयोध्या में जब राम मंदिर की परिकल्पना चालू हुई तो हमारे यहां अलीगढ़ इंडस्ट्री में भी लोगों ने राम मंदिर का हूबहू प्रारूप यहां बनाया और बनाने के बाद हमें पूरे देश के अलग-अलग प्रांतों से और विदेशों से भी हमारी इंडस्ट्री को राम मंदिर के प्रारूपों का आर्डर मिलने लगा. इससे हमारी इंडस्ट्री उत्साहित है. यह आर्डर और भी आएंगे. इससे हमारे यहां का बिजनेस बढ़ेगा, हमारी इंडस्ट्री बढ़ेगी.
कारोबारियों को मिल रहे हैं ऑर्डर राम मंदिर के साथ-साथ अब राम जी के भी ऑर्डर आने लगे है. पहले राम दरबार का आर्डर आता था अब इंडिविजुअल लोग राम भी खरीदने लगे हैं. इनका निर्माण पीतल से किया जा रहा है. राम मंदिर का प्रारूप ढाई किलो पीतल का बना हुआ है, इसकी ढाई हजार रुपए कीमत है. इससे कारीगरों को काफी अच्छा काम मिलेगा और अभी भी मिल रहा है. लोगों की राम मंदिर के प्रति जो रुझान है, राम मंदिर का प्रारूप लोग अपने घरों में रखना चाहते हैं. इसे पीतल से बनाया जा रहा है तो उन्हें भरोसा भी है कि ये सालों तक चलेगा.
राम मंदिर मॉडल की विदेशों तक मांग ठेकेदार पवन गांधी ने बताया कि इस समय पूरे देश में क्या विदेश में भी श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा का जो एक भव्य आयोजन की दृष्टि से कार्य चल रहा है. 22 जनवरी को लेकर के तो इसमें काफी मात्रा में जो मॉडल जो राम मंदिर, राम मंदिर सिर्फ राम मंदिर जो चल रहा है तो वो मॉडल हमारे यहां विशुद्ध पीतल के धातु में अलीगढ़ में हमारा इस समय काफी मात्रा में आर्डर है और मैं कहूं कि राम मंदिर ने एक रोजगार की एक आशा ही नहीं बल्कि बहुत सारा समंदर दे दिया है. छवि यहां के पीतल से बनकर देश-विदेश में सभी जगह जा रही हैं. इसमें लगभग 50 लोगों काम होता है. इसके अंदर काम रिताई, ढलाई, पॉलिस और रंगाई का रहता है. इसके बाद यह भव्य मॉडल अलीगढ़ में बन रहा है. इससे कारीगर उत्साहित हैं और सभी कारीगर मनोयोग से लगे हुए हैं.