ताइवान में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की चुनाव में जीत से चीन की सरकार बौखला गई
सरकार ने कहा कि दुनिया में चीन एक है और ताइवान चीन का हिस्सा
ताइवान में आम चुनाव कराए गए और इसके नतीजे भी सामने आ गए हैं. इस चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी के नेता विलियन लाई चिंग ते ने चुनाव जीत लिया है. लाई चिंग ते ताइवान के अगले राष्ट्रपति होंगे. इससे पहले वे देश के उपराष्ट्रपति का पद संभाल रहे थे. लाई चिंग ते को चीन विरोधी माना जाता है. ताइवान के आम चुनाव में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DTP) की जीत को लेकर चीन की सरकार खफा है. चीनी सरकार को लाई चिंग ते के सत्ता में आने से बड़ा झटका लगा है. चीनी सरकार का माउथपीस ग्लोबल टाइम्स ने ताइवान चुनाव और लाई की जीत पर चीनी विदेश मंत्रालय का बयान छापा है. इस बयान को हू-ब-हू जगह दी गई है. अखबार लिखता है, “विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि पूरी दुनिया में एक ही चीन है और ताइवान चीन का हिस्सा है इस तथ्य को बदलना मुमकिन नहीं है.”
चीन का मीडिया क्या लिख रहा?
चीनी समाचार चैनल सीसीटीवी न्यूज़ ने ताइवान चुनाव और लाई चिंग ते की जीत पर एक के बाद एक कई खबरें प्रकाशित की है. ‘मुख्य भूमि (चीन) के प्रवक्ता ने ताइवान चुनाव नतीजे पर दी प्रतिक्रिया’ शीर्षक से एक खबर सीसीटीवी में छपी है. इस खबर में राज्य परिषद ताइवान मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता शेन बिनहुआ के हवाले से कहा गया है कि ताइवान में किसी भी तरह के चुनाव से ये सिद्ध नहीं हो जाता है कि चीन का ताइवान की धरती पर कोई अधिकार नहीं है. शेन बिनहुआ ने कहा कि हम हमेशा से ताइवान के मुद्दे को सुलझाने की नियत रखते हैं. हम एक न एक दिन इसे सुलझा लेंगे, हम प्रतिज्ञा पत्थर को तरह मजबूत है.
जापान में चीनी दूतावास ने रविवार को कहा कि वह ताइवान के नए निर्वाचित नेता लाई चिंग-ते को बधाई देने वाले जापानी विदेश मंत्री योको कामिकावा के बयान का कड़ा विरोध करते है. चीनी समाचार सीजीटीएन इस खबर को कवरेज दी है. सीजीटीएन लिखता है कि जापान में चीन के दूतावास ने जापानी विदेश मंत्री योको कामिकावा के आलोचना की है क्योंकि उन्होंने ताइवान के नेता को चुनाव जीतने पर बधाई दी थी.