अयोध्याधाम में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता देने के लिए 18 जनवरी को मंदिरों में अखंड रामचरितमानस और सुंदरकांड पाठ हुए। दूसरी ओर, जिले के अलग-अलग स्थानों पर रामभक्तों की टोलियों ने भी घर-घर जाकर अक्षत और पत्रक बांटे। मंगलामुखियों ने भी नाचते-गाते हुए शहर में घूमकर पूजित अक्षत कलश और पत्रक बांटे। लोगों ने भी मंगला मुखियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।शहर के मोहल्ला श्रीनगर से मंगलामुखियों की अक्षत कलश यात्रा प्रारंभ हुई। इसमें बड़ी संख्या में शामिल पीतवस्त्र पहने मंगला मुखी वाद्य-यंत्रों की सुरीली धुनों पर प्रभु श्रीराम के भजन गाते और नृत्य करते हुए चल रहे थे। मंगला मुखी की प्रभु श्रीराम के प्रति आस्था देखते ही बन रही थी। मंगलामुखियों ने 22 जनवरी की शाम को घर और प्रतिष्ठानों पर दीपक जलाने की अपील की।
श्री रामजन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत न्यू साकेत कॉलोनी में दिव्यांग श्री रामदूत सागर शर्मा ने घर-घर जाकर परिवारों को पूजित अक्षत, पत्रक और श्री रामजन्मभूमि का चित्र भेंट किया। गांव कोटा में श्री रामदूतों ने घर-घर जनसंपर्क श्री धाम अयोध्या से आए पूजित अक्षत, पत्रक और श्री रामजन्मभूमि का चित्र भेंट किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर प्रचारक संजीव, सह जिला कार्यवाह आलोक पचौरी, नगर कार्यवाह नीरज राजपूत, खंड व्यवस्था प्रमुख ललित कुमार उपमन्यु, खंड सामाजिक समरसता प्रमुख रूपेश, बौद्धिक प्रमुख मोनू पंडित, शारीरिक प्रमुख निशांत पौरुष आदि मौजूद थे।