वाराणसी की माता अन्नपूर्णा मंदिर के महंत ने 250 ग्राम सोने से जड़ित चरण पादुका
प्रभु राम को समर्पित करने के लिए अयोध्या निकल चुके हैं.
देश के अलग-अलग हिस्सों से अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और रामलला के लिए अनुपम भेट भेजे जा रहे हैं. इसी क्रम में काशी के भी प्राचीन धर्म स्थलों से अयोध्या के लिए अनेक वस्तुएं व चढाने वाली सामग्रियां भेजी जा चुकी हैं. एक बार फिर सोने से जड़ित चरण पादुका प्रभु राम को समर्पित करने के लिए अयोध्या निकल चुके हैं.मान्यताओं के तौर पर काशी सहित पूरे विश्व का भरण पोषण करने वाली माता अन्नपूर्णा मंदिर के महंत ने 250 ग्राम सोने से जड़ित चरण पादुका उन्हें चढ़ाकर प्रभु राम को समर्पित करने के लिए अयोध्या निकल चुके हैं. मंदिर के महंत के साथ-साथ भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने माता अन्नपूर्णा की जयकारे और जय श्री राम जय घोष के साथ अयोध्या के लिए मंदिर महंत को प्रस्थान कराया.
रामलला को भेंट की जाएगी सोने की चरण पादुका
काशी की माता अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी द्वारा 250 ग्राम सोने से जड़ित चरण पादुका माता अन्नपूर्णा को चढ़ाया गया, इसके अलावा अन्य सोलह श्रृंगार की सामग्रियों में चुनरी, कुमकुम, बिंदी भी उन्हें अर्पित किया. जिसके बाद उन्होंने यह चरण पादुका सहित अन्य 16 श्रृंगार की सामग्रियां लेकर अपने समर्थकों के साथ अयोध्या के लिए रवाना हुए. इस दौरान मंदिर परिसर के अन्य श्रद्धालुओं और महंत के साथ मौजूद लोगों में भारी उत्साह देखा गया. 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए काशी के प्राचीन अन्नपूर्णा मंदिर महंत शंकर पुरी को भी निमंत्रण मिला है.
22 जनवरी शुभ मुहूर्त है – महंत
अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी ने कहा कि यह संपूर्ण विश्व के सनातन संस्कृति वाले लोगों के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है. शुभ मुहूर्त में 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है, हम भी माता अन्नपूर्णा को चढ़ाया हुआ ढाई सौ ग्राम सोने से जड़ित चरण पादुका सहित अन्य सोलह श्रृंगार की समाग्रियां लेकर 22 जनवरी के निर्धारित शुभ मुहूर्त में प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए निकल रहे हैं. विश्व के कल्याण और मंगल की कामना करते हुए यह अनुपम भेट हम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम को समर्पित करेंगे.