भविष्य में घरेलू बाजार के हिसाब से बेहतर और ईवी मॉडल पेश करने की तैयारी जारी है
रिकॉर्ड बढ़ोतरी, छू सकता है ये आंकड़ा!
एक रिपोर्ट के मुताबिक, वाहन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच मांग में कमी के चलते, इस वित्तीय वर्ष में पैसेंजर व्हीकल (पीवी) सेगमेंट में रिकॉर्ड 18-20% की बढ़ोतरी दर्ज होने की उम्मीद है. जिसकी वजह मजबूत ऑर्डर बुकिंग और सप्लाई चैन में सुधार जैसे कारक हैं. वहीं इस इस वृद्धि के अगले वित्तीय वर्ष में भी जारी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. हाई डिमांड वाली कारों में प्रीमियम वेरिएंट देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि ऊंचीं ब्याज दरें और इन्फ्लेशन जैसे माहौल के चलते एंट्री लेवल गाड़ियों की मांग में कमी देखने को मिल सकती है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर (ई4डब्ल्यू) सेगमेंट – जो कुल ईवी बाजार की बिक्री में लगभग 6% का योगदान देता है, की हिस्सेदारी पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ी है.
इसके साथ साथ, OEM (Original Equipment Manufacturers) की भविष्य में घरेलू बाजार के हिसाब से बेहतर और ईवी मॉडल पेश करने की तैयारी जारी है, जो उनकी स्वीकार्यता को बढ़ावा देगी. जिससे बाजार में कॉम्पिटिशन बढ़ सकता है.इसके अलावा स्ट्रांग ऑर्डर बुकिंग, सप्लाई चैन में सुधार, नए मॉडल की लॉन्चिंग और यूटिलिटी व्हीकल (यूवी) सेगमेंट में बढ़ती मांग के कारण, वित्त वर्ष 2025 में 18-20% की यह बढ़ोतरी के जारी रहने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक, कुल घरेलू बिक्री में PV सेगमेंट की हिस्सेदारी 18% तक की है.वित्त वर्ष 2013 में, पीवी इंडस्ट्री ने 27% की सालाना बढ़ोतरी के साथ, घरेलू बाजार में सबसे ज्यादा बिक्री दर्ज की थी. शुरुआत में इलेक्ट्रिक कारों की कीमत, उनके पेट्रोल और डीजल वेरिएंट वाले सिबलिंग तुलना में ज्यादा थी, लेकिन लागत में कमी, बढ़ी हुई ड्राइविंग रेंज, टैक्स में छूट और बेहतर होती टेक्नोलॉजी जैसे कारकों ने इसे लगातार आगे बढ़ने दिया.