टाटा समूह और एयरबस के इस सौदे से देश में विनिर्माण को बढ़ावा मिलने की उम्मीद
भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
टाटा समूह ने एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी एयरबस के साथ एक करार किया है. यह करार देश में सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर समेत अन्य एयरक्राफ्ट का विनिर्माण करने के लिए है. इसे भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.इस समझौते के तहत गुजरात के वडोदरा में एक फाइनल इसेंबली लाइन लगाई जाएगी, जहां टाटा समूह और एयरबस मिलकर एयरबस के एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का विनिर्माण करेंगी. यह असेंबली लाइन 36 एकड़ में बनाई जाएगी. इसे 2024 के मध्य तक तैयार कर लिया जाएगा और नवंबर 2024 से परिचालन शुरू हो जाएगा.
वडोदरा लाइन में होगी असेंबलिंग
एयरक्राफ्ट के पार्ट्स एयरबस की हैदराबाद में स्थित मेन कंस्टीट्यूएंट असेंबली लाइन में बनाए जाएंगे. वहां से पार्ट्स वडोदरा भेजे जाएंगे और वडोदरा वाली असेंबली लाइन में पार्ट्स से एयरक्राफ्ट तैयार किए जाएंगे. समझौते के अनुसार, वडोदरा स्थित असेंबली लाइन में कम से कम 40 सी295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बनाए जाएंगे.
गणतंत्र दिवस के मौके पर ऐलान
इस समझौते का ऐलान गणतंत्र दिवस के मौके पर फॉरेन सेक्रेटरी विनय क्वात्रा ने किया. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अभी भारत की यात्रा पर आए हुए हैं. इसी दौरान भारत और फ्रांस के बीच डिफेंस-इंडस्ट्रियल रोडमैप और डिफेंस-स्पेस पार्टनरशिप पर सहमति बनी है. टाटा और एयरबस के बीच हुआ समझौता इसी आपसी सहमति के तहत हुआ है.
निर्यात भी किए जाएंगे हेलीकॉप्टर
यह भारत में प्राइवेट सेक्टर की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली फैसिलिटी होगी. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस बारे में कहा- फैसिलटी में दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाले एयरबस एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर की फाइनल असेंबली लाइन होगी. एयरबस के साथ मिलकर इस फैसिलिटी में बनने वाले एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर भारत में भी इस्तेमाल होंगे और निर्यात भी किए जाएंगे.
भारत में इतनी है डिमांड
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अभी इस तरह के 800 हेलीकॉप्टर तक की तत्काल डिमांड है. यह डिमांड हाई नेटवर्थ वाले इंडिविजुअल्स समेत विभिन्न सेक्टरों की है. टाटा और एयरबस के समझौते से इस डिमांड की पूर्ति होने की उम्मीद है.