धार्मिक
अयोध्या में रामनवमी और दीपावली दोनों पर खास उत्सव का माहौल होता है.
श्रीराम के दर्शन के लिए हजारों लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं.
अयोध्या राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद हर दिन अयोध्या आने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है. श्रीराम के दर्शन के लिए हजारों लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं. अगर आप भी अयोध्या जानें का प्लान कर रहे हैं तो यहां जान लें अयोध्या, राम मंदिर से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी.
राम मंदिर में प्रवेश – राम मंदिर में दर्शन के दौरान कम से कम पांच चौकियां हैं, जहां आपको सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ सकता है. राम मंदिर में दर्शन के लिए सिंह द्वार से प्रवेश करना होगा, इसमें 32 सीढ़ियां चढ़कर जाना होगा. वृद्ध और विकलांग के लिए व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध है.
- आरती में कैसे शामिल होंगे – आरती में शामिल होने के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से पारी दिए जा रहे हैं, जो निशुक्ल होगा. पास के लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है. पास के जरिए ही आरती में शामिल हो सकते हैं.
- कहां मिलेगा प्रसाद – मंदिर परिसर में ही भक्तों के लिए नि:शुल्क प्रसाद की व्यवस्था है. रामलला के दर्शन के बाद निकास द्वार पर आपको इलायची दाने का प्रसाद मिलेगा.
- मंदिर के अंदर क्या ले जा सकते हैं – रामलला के दर्शन के समय आप सिर्फ पैसे, चश्मा ही ले जा सकते हैं.
- राम मंदिर के अंदर ये चीजें हैं वर्जित – रामलला के दर्शन के दौरान फोन, वॉलेट, चार्जर, चाबी, इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर रोक है. इन्हें आप परिसर में मौजूद निशुल्क लॉकर में रख सकते हैं. रामलला को चढ़ाने के लिए नारियल, फूल माला, शृंगार आदि भक्त नहीं ले जा सकते हैं.
रामलला की आरती का समय
मंगला आरती | सुबह 4:30 |
श्रृंगार आरती | सुबह 6:30 – 7:00 |
भोग आरती | 11:30 |
संध्या आरती | शाम 6:30 |
शाम को भाग आरती | रात 9:00 |
शयन आरती | रात 10:00 |
अयोध्या के प्रमुख पर्व-त्योहार
- अयोध्या में रामनवमी और दीपावली दोनों पर खास उत्सव का माहौल होता है.
- हर महीने की पूर्णिमा पर यहां सरयू स्नान पर उत्सव सा माहौल रहता है.
- चैत्र, कार्तिक और सावन में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. सावन झूला मेला (जुलाई-अगस्त) यहां देखने लायक होता है.
- अक्टूबर-नवंबर में यहां कार्तिक मेला लगता है, जिसमें 14 कोसी परिक्रमा भी की जाती है.
अयोध्या के अन्य तीर्थ स्थान
- सूर्यकुंड
- हनुमानगढ़ी मंदिर
- दशरथ महल
- मणिराम दास छावनी
- सरयू तट
- सीता रसोई
- कनक भवन
- भरत कुंड
- गुप्तारघाट
- मखभूमि