झारखंड में नई सरकार का गठन हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री बन गए। चंपई ने झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली है। उनके अलावा दो और मंत्रियों सत्यानंद भोक्ता और आलमगीर आलम को भी शपथ दिलाई गई है। मुख्यमंत्री चंपई अपने कैबिनेट सहयोगी सत्यानंद भोक्ता से उम्र में बड़े जबकि दूसरे सहयोगी आलमगीर आलम से छोटे हैं। संपत्ति के मामले में सोरेन मंत्री सत्यानंद से ज्यादा अमीर हैं जबकि दूसरे मंत्री आलमगीर से पीछे हैं। वहीं, शिक्षा की बात करें तो मंत्री आलमगीर तीनों में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे हैं।
मुख्यमंत्री से ज्यादा अमीर हैं मंत्री आलमगीर
चंपई संयुक्त बिहार में 1991 में उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे। फिर 1995 में झामुमो के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इसके बाद 2005, 2009, 2014 और 2019 चंपई झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए थे। इसके साथ ही तीन बार झारखंड सरकार में मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली। 2019 में चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 2.55 करोड़ बताई थी। सबसे कम उम्र के सत्यानंद
53 साल के सत्यानंद भोक्ता मुख्यमंत्री और मंत्री में सबसे कम उम्र के हैं। वहीं, दूसरे मंत्री आलमगीर की उम्र 70 साल है। मुख्यमंत्री की उम्र 67 साल है।पाकुड़ सीट से जीते मंत्री सत्यानंद ने 2019 में अपने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति ₹77.58 लाख बताई थी। इसी तरह दूसरे मंत्री आलमगीर आलम ने अपने चुनावी हलफनामे में कुल ₹7.02 करोड़ बताई थी।
मुख्यमंत्री 10वीं पास, सबसे ज्यादा पढ़े लिखे आलम
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 10वीं पास हैं। उन्होंने 1974 में जमशेदपुर स्थित राम कृष्ण मिशन हाई स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की थी।
वहीं, मंत्री आलमगीर ने 1974 में भागलपुर विश्विद्यालय के साहिबगंज कॉलेज से बीएससी की है। इसी तरह दूसरे मंत्री सत्यानंद ने 1994 में हिंदी विद्यापीठ, देवघर से 10वीं की पढ़ाई की है।