विदेश

पाकिस्तान में नेशनल अशेंबली के साथ  विधानसभा चुनाव की भी मतगणना जारी

सीटों पर अन्य छोटी पार्टियां और निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे

इमरान खान की पीटीआई ने दावा किया है कि उनकी पार्टी केंद्र के साथ खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में सरकार बना रही है. इसी बीच इमरान खान ने AI वीडियो जारी करके जीत का दावा किया है, साथ कई तरह के आरोप लगाए हैं. पाकिस्तान चुनाव के आंकड़ों की बात करें तो जियो न्यूज के मुताबिक अभी तक नेशनल असेंबली चुनाव में पीटीआई को सबसे अधिक 97 सीट, पीएमएल-एन को 72 सीट और पीपीपी को 53 सीट मिलती दिख रही है. बाकी 42 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार या अन्य छोटी पार्टियां आगे चल रही हैं.पाकिस्तान के विधानसभा चुनाव में इमरान खान की पार्टी पीटीआई को पंजाब में 116, सिंध में 12, बलूचिस्तान में 0 और खैबर पख्तूनख्वा में 79 सीट मिलती दिख रही है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) को पंजाब में 10, सिंध में 82, बलूचिस्तान में 09 और केपी में 04 सीट मिलती दिख रही है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन को पंजाब में 134, सिंध में 0, बलूचिस्तान में 09 और खैबर पख्तूनख्वा में 05 सीट मिलती दिख रही है. बाकी सीटों पर अन्य छोटी पार्टियां और निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं.

नेता ने क्या कहा
इसी बीच केंद्रीय सूचना सचिव रऊफ हसन ने कहा कि पीटीआई ने अपनी भविष्य की कार्रवाई के संबंध में परामर्श प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है. हालांकि, उन्होंने कहा कि पीटीआई की फिजिकल मीटिंग संभव नहीं हैं, क्योंकि अधिकांश निर्वाचित उम्मीदवार या तो जेल में हैं या अंडरग्राउंड हैं. संपर्क करने पर रऊफ हसन ने डॉन न्यूज को बताया कि “हम जल्द ही अंतर-पार्टी चुनाव कराएंगे, जिसके बाद पार्टी अपना चुनाव चिह्न (बल्ला) वापस पाने के लिए फिर से अदालत का दरवाजा खटखटाएगी.”पीटीआई अधिकारी ने अफसोस जताया कि जब गुरुवार देर रात नतीजे आने शुरू हुए और रुझान से साफ पता चला कि पीटीआई केंद्र, खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में स्पष्ट बढ़त ले रही है, तो “चुनाव में हेरफेर करने वालों” ने सबसे पहले नतीजों की घोषणा की प्रक्रिया को धीमा कर दिया. बाद में “परिणामों से छेड़छाड़” करने के लिए प्रक्रिया को पूरी तरह से रोक दिया गया. उन्होंने कहा, “पीटीआई उम्मीदवार रात में इस्लामाबाद सहित कई निर्वाचन क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से भारी अंतर से जीत रहे थे, लेकिन उनकी स्पष्ट जीत सुबह हार में बदल गई क्योंकि पर्दे के पीछे राजनीतिक इंजीनियरिंग चल रही थी.”

JNS News 24

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