पाकिस्तान में चुनाव में धांधली के आरोप हैं और फिर से नतीजा जारी करने की मांग की गई
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ से समर्थन मिला हुआ
पाकिस्तान में चुनाव के नतीजे आने में काफी समय लग रहा है. इससे कोर्ट की परेशानी भी बढ़ गई है. मतदान के दो दिन बाद भी सभी सीटों के नतीजे सामने नहीं आए हैं. इस वजह से कई उम्मीदवारों ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं. अदालत में ऐसी याचिकाओं की भरमार है, जिनमें चुनाव में धांधली के आरोप हैं और फिर से नतीजा जारी करने की मांग की गई है.चुनाव हारने वाले कई उम्मीदवार धांधली के मामले को लेकर कोर्ट पहुंच चुके हैं. इनमें अधिकतर उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ से समर्थन मिला हुआ है और इन उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
चुनाव में धांधली का आरोप चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले उम्मदीवारों में कई बड़े चेहरे भी शामिल हैं. परवेज इलाही और उनकी पत्नी क्वीसेरा, खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व वित्त मंत्री तैमूर झागड़ा, खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व स्पीकर महमूद जन, इस्लामाबाद के वकील शुऐब शाहीन, पंजाब के पूर्व स्वास्थय मंत्री डॉ. यास्मिन राशिद और उस्मान डार की मां रेहाना डार भी चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कोर्ट पहुंची हैं.
छेड़छाड़ करने का आरोप
हाई कोर्ट में याचिका लगाने वाले उम्मीदवारों ने फॉर्म 47 एस में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है. अलग-अलग याचिकाओं में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज, अताउल्लाह तरार और पूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को जिताने के लिए चुनाव में धांधली की गई है.याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि उन्हें जब फॉर्म 45 दिया गया था तो उसके अनुसार वह चुनाव जीत रहे थे. इसके बाद उनकी अनुपस्थिति में हेरफेर हुई और फॉर्म 47 में उन्हें हारा हुआ घोषित कर दिया गया. चुनाव हारने वाले उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि नतीजों में हेरफेर के लिए सांठगांठ की गई और मांग की है कि फॉर्म 45 एस के आधार पर फॉर्म 47 के नतीजे तैयार किए जाएं.