2024 अंडर-19 विश्व कप में भी टीम इंडिया पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही, लेकिन फाइनल में जीत नहीं सकी
टीम इंडिया को 79 रनों से हरा दिया
भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी खिताब जीतने से चूक गई. 2023 वनडे वर्ल्ड कप की तरह 2024 अंडर-19 विश्व कप में भी टीम इंडिया पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही, लेकिन फाइनल में जीत नहीं सकी. हालांकि, इस बार भारत को चोट एक अपने ने दी. दरअसल, अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की हार की सबसे बड़ी वजह एक ‘भारतीय’ बना.इस ‘भारतीय’ का नाम है हरजस सिंह. हरजस सिंह पूरे विश्व कप के दौरान बल्ले से कोई कमाल नहीं कर सके. फाइनल से पहले 6 मैचों में हरजस के नाम सिर्फ 49 रन थे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई मैनेजमेंट को उनपर पूरा भरोसा था. फाइनल में भी कप्तान और मैनेजमेंट ने उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. इस बार हरजस ने ऑस्ट्रेलियाई खेमे को तो नहीं निराश किया, लेकिन भारत के चैंपियन बनने के सपने को तोड़ दिया. 23वें ओवर में 100 के भीतर कंगारुओं के जब 3 विकेट गिरे तो ऐसा लगने लगा था कि मानो अब ऑस्ट्रेलियाई टीम 200 तक भी नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन फिर भारतीय मूल के हरजस सिंह का बल्ला चला. हरजस ने तीन चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 55 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली. हरजस की इस पारी ने ही ऑस्ट्रेलिया की जीत की नींव रखी. हरजस ने सिर्फ 55 रन ही बनाए, बल्कि एक छोक संभाले रखा और रेयान हिक्स के साथ चौथे विकेट के लिए 66 की अहम साझेदारी भी की. हरजस जब पवेलियन लौटे तो टीम का स्कोर 200 के करीब कर गए थे. हरजस के अर्धशतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में सात विकेट पर 253 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया.
खिताबी मैच का लेखा-जोखा ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट पर 253 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. हालांकि, अंडर-19 वर्ल्ड कप के इतिहास में फाइनल का यह सर्वाधिक स्कोर था. इसके जवाब में भारतीय टीम 43.5 ओवर में 174 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. भारत के सात खिलाड़ी दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सके. ओपनर आदर्श सिंह ने सबसे ज्यादा 47 और आठ नंबर के मुरुगन अभिषेक ने 42 रनों की पारी खेली. वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए महली बियर्डमैन और राफ मैकमिलन ने तीन-तीन विकेट चटकाए.