पाकिस्तानी शख्स का कहना है कि पानी जिंदगी है. अगली लड़ाई पानी के लिए ही होने वाली है
रावी, सतलुज और व्यास पर भारत ने अपने डैम बना लिए हैं.
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते पर बात करते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने लाहौर में आम लोगों के साथ भारत-पाक रिश्ते के साथ-साथ कश्मीर और रावी नदी मुद्दे पर भी खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने लोगों से जाना कि उन्हें पाकिस्तान में डेवलपमेंट चाहिए या महज कश्मीर मुद्दे पर ही अटके रहना है. चौधरी ने वहां उपस्थित जब एक शख्स से पूछा कि भारत ने रावी नदी का पानी रोक दिया है. इसपर आपके क्या विचार हैं. चौधरी के सवाल पर शख्स ने कहा कि भारत ने नदी का पानी रोककर ठीक किया. शख्स का कहना है कि अगर हम अपनी चीजों की देखभाल नहीं करेंगे और सोए रहेंगे तो यही होगा. अगर घर के बाहर सोना पड़ेगा रहेगा तो चोर उठाकर ले ही जाएगा.
चौधरी ने 1960 में हुए सिनतास समझौते को याद दिलाते हुए कहा कि इस समझौते के तहत रावी नदी भारत के अधीन आता है. यानी रावी के पानी पर भारत का हक है. इसपर वहां उपस्थित दूसरे शख्स ने कहा रावी, सतलुज और व्यास भारत के अधीन आता है. वहीं चिनाब, झेलम, अटक और सिंध सिनतास समझौते के तहत पाकिस्तान के हिस्से में आता है.पाकिस्तानी शख्स ने आगे कहा कि पानी जिंदगी है. अगली लड़ाई पानी के लिए ही होने वाली है. रावी, सतलुज और व्यास पर भारत ने अपने डैम बना लिए. यानी उसने इन नदियों के जल पर अपना कब्जा कर लिया है. भारत इनका एक कतरा भी पाकिस्तान में आने नहीं देता है. चौधरी ने कहा एशिया में सबसे ज्यादा महंगी बिजली पाकिस्तान में ही मिलती है. इस पर नाखुश एक शख्स ने कहा कभी-कभी मन करता है यह मुल्क छोड़कर किसी दूसरे मुल्क में चले जाएं. शख्स ने कहा मुझे इस मुल्क से मोहब्बत है. मुझे इंग्लैंड से भी ऑफर मिला था, लेकिन मैं अपनी मुल्क की मोहब्बत की वजह से दूसरे देश में नहीं गया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत का बयान
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान और तुर्किए ने जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया था. इसके जवाब में भारत ने दोनों देशों पर जोरदार पलटवार किया. भारत ने राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए कहा कि जिस देश की संस्थाएं अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न करती हों और जिसका मानवाधिकार रिकॉर्ड खराब है, उसे भारत के खिलाफ बोलने देने का अधिकार नहीं है. कश्मीर भारत का अभिन्न अंगर था और हमेशा रहेगा.