शुक्रवार को अपने यार्स अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक परमाणु मिसाइल के सफल परीक्षण की घोषणा की
पश्चिमी क्षेत्र में लक्ष्य पर हमला कर सकते हैं. उन्होंने कहा हम नाटो देशों को सुझाव दे रहे हैं
रूस ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को डराया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को अपने यार्स अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक परमाणु मिसाइल के सफल परीक्षण की घोषणा की. मंत्रालय ने बताया कि मिसाइल परीक्षण करने की वजह मिसाइल की ताकत को परखना था. यह परीक्षण पुतिन द्वारा नाटो देशों को परमाणु युद्ध की चेतावनी देने के दो दिन बाद किया गया है. समाचार एजेंसी TASS की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा ‘राज्य परीक्षण कॉस्मोड्रोम प्लेसेत्स्क में योश्कर-ओला मिसाइल फॉर्मेशन के कर्मचारियों ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ‘PGRK यार्स’ को लांच किया. यह मोबाइल बेस्ड मिसाइल है, यानी इसको एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ट्रक की मदद से ले जाया जा सकता है. इस मिसाइल में कई वॉरहेड लगे हैं. पुतिन की परमाणु युद्ध की चेतावनी
हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों को बढ़ती भागीदारी पर चिंता जाहिर की थी. पुतिन ने कहा था कि अगर नाटो देश यूक्रेन की तरफ से युद्ध में शामिल होते हैं तो ‘इंटरनेशनल न्यूक्लियर वार’ का खतरा बढ़ जाएगा. पुतिन ने दो घंटे के भाषण में पश्चिमी नेताओं को लापरवाह और गैर-जिम्मेदा करार दिया. इस दौरान उन्होंने परमाणु संघर्ष के वास्तविक खतरे के बारे में आगाह किया. उन्होंने कहा कि अगर परमाणु युद्ध हुआ तो ‘हमारी सभ्यता के विनाश’ का कारण बन सकता है.
पुतिन ने कहा कि ‘हमारे पास ऐसे हथियार भी हैं जो पश्चिमी क्षेत्र में लक्ष्य पर हमला कर सकते हैं. उन्होंने कहा हम नाटो देशों को सुझाव दे रहे हैं न कि डरा रहे हैं. यूक्रेन के साथ नाटो देशों के आने पर परमाणु संघर्ष का वास्तविक खतरा पैदा हुआ है, जिसका मतलब हमारी सभ्यता का विनाश होगा.’कितनी घातक है यार्स मिसाइल?आरएस-24 (यार्स) मिसाइल 23 मीटर लंबी है और इसे मोबाइल बेस्ड बनाया गया है. रूस का MIRV यार्स मिसाइल कई परमाणु हथियार पहुंचाने में सक्षम हैं. इससे यह कई लक्षों को भेदने में सक्षम है. यार्स टोपोल-एम मिसाइल प्रणाली का यह एक संशोधित संस्करण है.हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियार भंडार है, जिसमें लगभग 5,889 परमाणु हथियार हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका लगभग 5,244 परमाणु हथियारों के साथ दूसरे स्थान पर है. रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों दुनिया के 90 प्रतिशत परमाणु हथियारों पर नियंत्रण रखते हैं, प्रत्येक देश द्वारा लगभग 1,670 रणनीतिक परमाणु हथियार तैनात किए गए हैं.