भारत में पिछले कुछ सालों में साइबर अपराध के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ
केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले दूरसंचार विभाग ने जानकारी दी
भारत में पिछले कुछ सालों में साइबर अपराध के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है. ऐसे में केंद्र सरकार इस पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले दूरसंचार विभाग ने जानकारी दी है कि संचार साथी पोर्टल के जरिए देशभर में 2500 से ज्यादा फ्रॉड कनेक्शन को हर दिन बंद किया जा रहा है. पिछले साल लॉन्च हुए इस पोर्टल की मदद से सरकार मोबाइल यूजर्स को फ्रॉड से बचाने की कोशिश कर रही है.संचार साथी पोर्टल के जरिए दूरसंचार विभाग मोबाइल नंबर पर वेरिफिकेशन कोड भेजता है. अगर यूजर इस कोड को बार-बार सत्यापित करने में विफल रहता है तो इस तरह के मोबाइल नंबर को फर्जी मानकर कनेक्शन को काट दिया जाता है. साथी पोर्टल द्वारा अपनाई जाने वाली इस प्रक्रिया पर पिछले कुछ वक्त में कई सवाल भी उठे हैं.
संचार साथी पोर्टल द्वारा फर्जी कनेक्शन पर लगाई जाने वाली लगाम की प्रक्रिया पर बात करते हुए दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि संचार पोर्टल की मदद से बंद किए जाने वाले कनेक्शन फर्जी हैं और इस पोर्टल के खिलाफ अभी तक एक भी शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है. इसके साथ ही इस पोर्टल के जरिए जांच में संतुलन स्थापित करने में मदद मिली है. DoT जल्द ही इस पोर्टल का ऐप वर्जन लॉन्च करने वाला है. विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि जल्द ही एक शिकायत निवारण पोर्टल भी लॉन्च किया जाएगा जिसमें गलती से बंद हुए कनेक्शन के बारे में शिकायत दर्ज करवाई जा सकेगी.
‘चक्षु’ प्लेटफॉर्म हुआ लॉन्च
हाल ही में केंद्र सरकार ने स्पैम मैसेज, कॉल या फिशिंग पर रोक लगाने के लिए चक्षु प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया है. वहीं बैंकों में होने वाले साइबर अपराध, सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर होने वाले साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफार्म को लॉन्च किया गया है. इन दोनों पोर्टल की मदद से रिजर्व बैंक के साथ-साथ वित्तीय सेवा विभाग 1,008 करोड़ रुपये के फ्रॉड पर रोक लगाने में सफलता प्राप्त की है.