2020-2021 बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अश्विन ने किया था कमाल
रवि अश्विन ने 2020-2021 में हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बार्डर गावस्कर ट्रॉफी में इसी तरह की रणनीति के तहत गेंदबाजी की
रवि अश्विन को मौजूदा समय में क्रिकेट की दुनिया के सबसे चालाक गेंदबाजों में से एक माना जाता है. वो कई ओवरों तक अपनी फिरकी का जाल बुनते हुए बल्लेबाजों को आउट होने पर मजबूर करते हैं. 7 मार्च से भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट मैच खेला जाएगा, जो अश्विन के टेस्ट करियर का 100वां मुकाबला होगा. क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में अश्विन ने कुछ ही दिनों पहले 500 विकेट पूरे किए हैं और अब अपने 100वें टेस्ट मैच को खास बनाने से पहले उन्होंने उस चालाकी के राज के बारे में बताया है, जिससे उन्हें बल्लेबाजों को फिरकी में फंसाने में आसानी होती है रवि अश्विन ने बल्लेबाजों को फंसाने का राज बताते हुए कहा, “मैं कभी-कभी मीडिया के लोगों से दोस्ती करता हूं, जिससे मुझे बल्लेबाजों की नेट प्रैक्टिस का वीडियो मिल सके. मैं जब ऑस्ट्रेलिया गया था तब स्टीव स्मिथ और मार्नस लबुशेन कई बार पैरों का इस्तेमाल कर रहे थे. ये चीज़ें वाकई में काम करती हैं और मैं मानता हूं कि इंसान खुद को लेकर बहुत असुरक्षित महसूस करते हैं. जब आप जान चुके हों कि वो आपके जाल में फंस सकते हैं, ऐसी मानसिकता से आप आधी लड़ाई पहले ही जीत चुके होते हैं.”
रवि अश्विन ने 2020-2021 में हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बार्डर गावस्कर ट्रॉफी में इसी तरह की रणनीति के तहत गेंदबाजी की थी. उन्होंने उस सीरीज में 3 मैच खेलते हुए कुल 12 विकेट चटकाए थे. उन 3 मैचों के दौरान उन्होंने स्टीव स्मिथ और मार्नस लबुशेन को कई बार अपनी फिरकी के जाल में फंसाकर आउट किया था. खैर फिलहाल अश्विन का ध्यान इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच पर होगा, जो धर्मशाला में होने वाला है. यह देखने योग्य बात होगी कि क्या वो एक बार फिर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अपनी चालाकी से मात दे पाते हैं या नहीं.