देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने वाले है.
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया सामने आई है.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने वाले है. जिसको लेकर कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का स्वागत है लेकिन वो आए तो खट्टर सरकार ये जरूर बताए कि कौन से साल में वो परियोजना शुरू हुई थी, किसने काम शुरू करवाया, किसने मंजूर करवाया था. कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आगे कहा कि 10 साल की सरकार में पीएम मोदी एक महीने के अंदर तीसरी परियोजना का उद्घाटन करने वाले है पहली रोहतक-महम-हांसी रेल लाईन 2012 में हमारी सरकार ने इसे मंजूरी करवाकर शिलान्यास करवाने का काम हमने किया था. दूसरा देवरखाना में आयुर्वेदिक योगा अस्पताल वो 2011 में मैंने मंजूर करवाया था. 2014 तक उसकी बिल्डिंग का 70 प्रतिशत काम पूरा भी हो गया था. तीसरा द्वारका एक्सप्रेस वे भी हुड्डा सरकार की परियोजना है. उसी सरकार के समय इसपर काम भी शुरू हो गया था. हरियाणा सेक्शन का काम अब पूरा हुआ है.
‘ये सरकार की विकासहीन कार्यशैली है’
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खट्टर सरकार की तरफ से ये भी बताया जाए कि ये कब शुरू हुआ किसने शुरू करवाया. 10 साल के अंदर खट्टर सरकार ने इन तीन परियोजनाओं का पीएम मोदी से उद्घाटन करवाया जो हमारी सरकार में शुरू की गई थी इससे पता चला है कि पिछले 10 वर्षों में खट्टर सरकार ने कोई बड़ी योजना शुरू नहीं की है. ये सरकार की विकासहीन कार्यशैली है. हम विकास की तरफ प्रदेश को लेकर गए थे.
मध्य प्रदेश की सीएम के दौरे पर भी बोले हुड्डा
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के हरियाणा दौरे को लेकर जब दीपेंद्र सिंह हुड्डा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में कोई कहीं पर भी जा सकता है उनका स्वागत है. लेकिन पीएम मोदी और दूसरे प्रदेश के नेता जो यहां आ रहे है वो बताए कि संसद में जब मैंने पूछा था कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी कौन से प्रदेश में है तो मोदी सरकार ने जवाब दिया कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में है जो 2014 के बाद तीन गुना ज्यादा बढ़ गई है. जब संसद में मोदी सरकार ने जवाब दिया है तो वो जब हरियाणा में आए तो वो मुख्यमंत्री को फटकार लगाकर जाए कि इस समस्या का नियंत्रण किया जाए. तो ज्यादा उचित होगा.