बिना लाइसेंस के पालतू डॉग व कैट रखना हुआ महंगा- वैक्सीन लगाने और वेटरिनरी क्लिनिक में ले जाने से पहले दिखाना होगा लाइसेंस
नगर आयुक्त ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित शहर के वेटरनरी डॉक्टर को लिखा कड़ा पत्र- बिना लाइसेंस पालतू डॉग और कैट आने पर देनी होगी नगर निगम को सूचना
वेटरिनरी क्लिनिक और डॉग शो अब रहेंगे नगर निगम की रडार पर- पब्लिक की सहूलियत के लिए स्वच्छता सर्कल में भी बनेंगे लाइसेंस-एसएफआई को दिए दायित्व और लक्ष्य
नगरीय क्षेत्र में आवासीय कालोनी आपर्टमेंट व अन्य रिहायशी एरिया में रहने वाले सभी पालतू डॉग और कैट का शत प्रतिशत लाइसेंस बनवाने के लिए प्रयासरत नगर आयुक्त ने मंगलवार को अलीगढ़ के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित शहर के प्राइवेट वेटरनरी डॉक्टर को भी कड़े शब्दों में पत्र लिखकर लाइसेंस की अनिवार्यता को चेक करने के निर्देश जारी किए हैं साथी उन्होंने पब्लिक की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए नगर निगम सेवा भवन के साथ-साथ नगर निगम के 8 स्वच्छता वार्ड दफ्तर में भी लाइसेंस बनवाने की सुविधा को शुरू किया है।
मंगलवार को नगर आयुक्त ने पशु लाइसेंस की समीक्षा करते नगर निगम के सभी आठ स्वच्छता सर्कल में तैनात एसएफआई को 23 मार्च तक प्रत्येक दशा में अपने-अपने क्षेत्र के 50-50 पालतू डॉग कैट का पंजीकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। नगर आयुक्त पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी राजेश वर्मा को सख्त हिदायत दी है सभी प्राइवेट वेटरनरी डॉक्टर और सरकारी वेटरनरी हॉस्पिटल में समन्वय स्थापित कर लाइसेंस की अनिवार्यता को प्रमुखता से लागू कराने व रेंडम निरीक्षण कर चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं।
नगर आयुक्त अमित आसेरी ने बताया आम नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए पालतू डॉग और कैट का पंजीकरण कराया जाना बेहद जरूरी है इस कार्य के लिए नगर निगम को सभी नागरिकों के सहयोग की जरूरत है। पब्लिक की सहूलियत के लिए नगर निगम सेवा भवन के साथ-साथ आठ स्वच्छता वार्ड दफ्तर में भी पशु पालक जाकर मात्र पशु का फोटो अपना आधार कार्ड और शुल्क जमा करके लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा अभी नगर निगम सभी पालतू पशुपालकों को सुविधा के रूप में यह सहूलियत दे रहा है समय अवधि बीत जाने के पश्चात नगर निगम द्वारा बिना लाइसेंस पशुपालकों के पालतू पशु को ज़ब्त करने के साथ-साथ जुर्माना वसूल करने की कार्रवाई भी की जाएगी।