भारत-पाकिस्तान संबंधों के बारे में आम जनता से चर्चा की. इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान के मौजूदा हालात
पाकिस्तान में इलेक्ट्रिसिटी बिल से लेकर पेट्रोल तक के सभी दामों को अन्तर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष (आईएमएफ) लागू करता है
भारत-पाकिस्तान संबंधों के बारे में आम जनता से चर्चा की. इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान के मौजूदा हालात के बारे में भी लोगों से उनकी राय जाननी चाही. चौधरी ने सवाल करते हुए पूछा कि पाकिस्तान में इलेक्ट्रिसिटी बिल से लेकर पेट्रोल तक के सभी दामों को अन्तर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष (आईएमएफ) लागू करता है. इसकी क्या वजह है? हम क्यों दबाव में आ जाते हैं. हमारे आंतरिक मामलों में क्यों बार-बार अमेरिका और चीन हस्तक्षेप करता है.इसपर वहां उपस्थित एक शख्स जवाब देते हुए कहता है कि जब आप खुद मुख्तार होते हैं तो अपने खुद फैसले लेते हैं. वहीं जब आपके ऊपर कर्ज लदा रहता है तो… शख्स का कहना है हमारा मुल्क है. हमें ऐसे नहीं कहना चाहिए. जब आप भीख के ऊपर चल रहे हैं. छोटी छोटी बातों पर कर्जा लेने पहुंच जाते हैं. हुक्मरानों की अय्याशियां बंद नहीं हो रही हैं…
पाकिस्तानी शख्स यहीं नहीं रुका. उसने पाकिस्तानी नेताओं की पोल खोलते हुए कहा कि ये अपने बच्चों की फीस तक नहीं जमा करते हैं. सरकारी खर्चे से इनके बच्चे पढ़ रहे हैं. शख्स का मानना है जब देश में इस प्रकार की सरकार है तो आप खुद के फैसले कैसे लेंगे.एक अन्य शख्स ने उदाहरण पेश करते हुए कहा कि एक घर में 2 भाई हैं. इसमें एक भाई कमाता है, दूसरा नहीं कमाता है. ऐसे में जो भाई कमाता है उसकी हर कोई इज्जत करता है. जो निकम्मा होता है उसकी कोई नहीं सुनता है. शख्स के मुताबिक कहना तो नहीं चाहिए. वह निकम्मा भाई पाकिस्तान है. हम सब निकम्मे हो गए हैं. चाहे वो हम हों या हमारे हुक्मरान. सारे के सारे निकम्मे हो गए हैं.