लोकसभा चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश की बरेली सीट पर बीजेपी के अंदर जबरदस्त कलह देखने को मिल रही है.
सांसद रहे संतोष गंगवार का टिकट काटकर उनकी जगह छात्रसंघ से जुड़े छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया
लोकसभा चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश की बरेली सीट पर बीजेपी के अंदर जबरदस्त कलह देखने को मिल रही है. बीजेपी ने इस सीट से छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है लेकिन इस बात को लेकर पार्टी संगठन मे नाराजगी देखने को मिल रही है. आलम ये हैं कि संगठन हो या स्थानीय विधायक कोई भी उनके समर्थन में प्रचार करने को तैयार नहीं है. जिसके बाद छत्रपाल गंगवार ने टिकट वापस करने की चेतावनी तक दे डाली है. बरेली में बीजेपी ने इस सीट से लगातार 8 बार के सांसद रहे संतोष गंगवार का टिकट काटकर उनकी जगह छात्रसंघ से जुड़े छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है. जिसे लेकर पार्टी कार्यकर्ता नाराज हो गये हैं. संगठन से जुड़े कार्यकर्ता, स्थानीय विधायक और सांसद भी उनके साथ चुनाव प्रचार नहीं कर रहे हैं. पार्टी नेताओं के इस रुख पर एक बैठक में छत्रपाल गंगवार ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.बीजेपी प्रत्याशी ने दी चेतावनीछत्रपाल गंगवार ने संगठन नेताओं से नाराजगी जाहिर करते हुए चेतावनी दी कि कोई भी मुझे चुनाव लड़वाने में मदद नहीं कर रहा है, यही रहा तो मैं अपना टिकट वापस कर दूंगा.
सूत्रों की मानें तो बरेली केस लिए अगले 72 घंटे बहुत खास हैं. जानकारी के मुताबिक पार्टी कार्यकर्ताओं में छत्रपाल गंगवार को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए उनका टिकट कट सकता है. छत्रपाल का अगर टिकट कटता है तो उनकी जगह मेयर उमेश गौतम को टिकट मिल सकता है. उमेश गौतम भी काफी समय से इसके लिए अपना पत्ता फिट करने में जुटे हैं. उन्होंने टिकट के लिए आवेदन भी किया है. बीजेपी ने इस बार 8 बार के सांसद संतोष गंगवार का टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है. बरेली लोकसभा में 23 लाख मतदाता है जिसमें करीब साढ़े 3 लाख कुर्मी मतदाता हैं, जबकि 35 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं. ऐसे में जातिगत समीकरण साधते हुए पार्टी ने पूर्व मंत्री छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया. लेकिन जिस दिन से उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है उसी दिन से उनका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है.