अपना घर हर किसी के लिए सबसे बड़े सपनों में एक होता है. भावनात्मक जुड़ाव और मानसिक शांति को देखते हुए
सीमेंट कंपनियां इस महीने सीमेंट की कीमतों में औसतन 10 से 15 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी कर सकती हैं.
अपना घर हर किसी के लिए सबसे बड़े सपनों में एक होता है. भावनात्मक जुड़ाव और मानसिक शांति को देखते हुए यह ज्यादातर लोगों के जीवन के सबसे अहम लक्ष्यों में एक होता है. अगर आप भी अपने इस सपने को हकीकत में बदलने की योजना बना रहे हैं तो आपको निराशा हाथ लग सकती है. आने वाले दिनों में घर बनाना महंगा हो सकता है.ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में देश में सीमेंट की कीमतों में तेजी आ सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, भले ही चुनावों के चलते सीमेंट की डिमांड में नरमी देखी जा रही है, इस महीने से सीमेंट की कीमतें बढ़ सकती हैं. अंदेशा है कि सीमेंट कंपनियां इस महीने सीमेंट की कीमतों में औसतन 10 से 15 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी कर सकती हैं.
लगातार 5 महीने कम हुए भाव अभी तक सीमेंट की कीमतें नरम चल रही थीं और लोगों को इसका फायदा हो रहा था. लगातार 5 महीने से सीमेंट के भाव में नरमी आ रही थी. मार्च तिमाही में सीमेंट की औसत कीमतें दिसंबर तिमाही की तुलना में 5-6 फीसदी नीचे रही थीं. पूर्वी और दक्षिणी भारत के बाजारों में सबसे ज्यादा फायदा देखने को मिला था, क्योंकि उन दो बाजारों में सीमेंट के भाव में सबसे ज्यादा कटौती की गई थी.
मार्च तिमाही में नहीं बढ़े भाव
मार्च तिमाही में अममून सीमेंट की डिमांड और कीमतों में तेजी देखी जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. मांग में तेजी आई, लेकिन सीमेट कंपनियों ने तिमाही के दौरान दाम नहीं बढ़ाए. ये उम्मीद की जा रही है कि जनवरी से मार्च के तीन महीनों में सीमेंट की डिमांड में सालाना आधार पर 6 से 8 फीसदी की तेजी आई. हालांकि इसका असर दाम पर नहीं हुआ. कंपनियां अब उसकी भरपाई करने की तैयारी में हैं.
सबसे ज्यादा यहां बढ़ेंगे भाव
रिपोर्ट के अनुसार, सीमेंट की कीमतें सबसे ज्यादा दक्षिण भारतीय बाजार में बढ़ सकती हैं, जहां इस महीने हर बोरी पर 30 से 50 रुपये का इजाफा हो सकता है. इसी तरह मध्य भारत के बाजार में 15-20 रुपये, उत्तर भारत में 10-15 रुपये, पश्चिमी भारत में 20-25 रुपये और पूर्वी भारत में 30 रुपये प्रति बोरी का इजाफा हो सकता है. सीमेंट की बोरी का वजन 50 किलो होता है.