उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के फैसले पर आदित्य यादव ने सस्पेंस बढ़ा
बदायूं सीट पर इलेक्शन लड़ने को लेकर आदित्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते है की शिवपाल जी की जगह एक युवा प्रत्याशी हो.
उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के फैसले पर आदित्य यादव ने सस्पेंस बढ़ा दिया है. बदायूं सीट पर इलेक्शन लड़ने को लेकर आदित्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते है की शिवपाल जी की जगह एक युवा प्रत्याशी हो.आदित्य ने कहा कि बदायूं लड़ने को लेकर लिखित में कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है. आगे अगर कोई निर्देश मिलेगा पार्टी की तरफ से तो उसका पालन किया जायेगा. आज के दिन प्रत्याशी शिवपाल सिंह यादव है. पिछले 4 दिन से हमलोग कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं.इससे पहले समाजवादी कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मंच से सपा प्रत्याशी शिवपाल सिंह यादव की मौजूदगी में बदायूं सीट से उनके बेटे आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव रखा गया था.शिवपाल ने किया था ये दावा इस पर सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि कार्यकर्ताओं की सहमति पर आदित्य यादव को बदायूं सीट से प्रत्याशी बनाए जाने का प्रस्ताव पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भेजेंगे. उम्मीद है कि आदित्य को प्रत्याशी बना दिया जाएगा. अभी तक तो सिर्फ शिवपाल सिंह यादव ही बेटे आदित्य यादव को लोकसभा क्षेत्र की सियासत में सक्रिय करने का मन बनाए थे, लेकिन अब पार्टी के पदाधिकारी भी इसमें जुट गए हैं.
बबराला में मंगलवार को सपा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन में प्रस्ताव रखा गया था कि बदायूं लोकसभा सीट से शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाया जाए. सभी ने उनका समर्थन किया. इसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने मंच से कहा, “बदायूं सीट शुरू से ही नेताजी के परिवार की पसंदीदा सीट रही है. बदायूं लोकसभा सीट से मुझे प्रत्याशी बनाने की चर्चा बनी हुई है, पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने मेरा नाम घोषित किया था. बबराला से बदायूं, बिसौली व लोकसभा क्षेत्र में अन्य चार स्थानों पर कार्यकर्ता सम्मेलन हो चुका है. वहां भी आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव पहले ही आ गया है.”उन्होंने कहा था कि बबराला में कार्यकर्ताओं की स्वीकृति के बाद आदित्य को प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव बनाकर वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भेजेंगे. इस पर धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी, उस पर अमल किया जाएगा. पहले चाचा के लिए काम करने में थोड़ी हिचक रहती. आदित्य के लिए और काम किया जाएगा.