इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने प्रतिक्रिया दी
ईरान की ओर से इजरायल के खिलाफ ड्रोन और मिसाइलों का हमला शामिल
इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि मैं मध्य पूर्व में उभरती मौजूदा स्थिति के बारे में गहराई से चिंतित हू. इमें ईरान की ओर से इजरायल के खिलाफ ड्रोन और मिसाइलों का हमला शामिल है. मैं दृढ़ता से क्षेत्र में तनाव को और बढ़ने से रोकने के लिए सभी पक्षों से अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “यह एक ऐसा क्षण है जो बुद्धिमानी और विवेकपूर्ण निर्णय की मांग करता है, जिसमें जोखिमों और विस्तारित जोखिमों पर बहुत सावधानी से विचार करने की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि ईरानी अधिकारी अपनी कही बात का पालन करेंगे और इस कार्रवाई से मामले को समाप्त माना जा सकता है.”इजरायल पर हुए ईरान के हमलों के बाद भारत की भी प्रतिक्रिया आई है. भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी से गंभीर रूप से चिंतित हैं. इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है. हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं. हम मौजूदा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. वहां हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं. यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे.इजरायल पर 200 मिसाइल दागने के बाद ईरान ने अमेरिका को भी कड़ी चेतावनी दी है. ईरान ने कहा है कि हमारा संघर्ष इजरायल से है,
अमेरिका इससे दूर रहे.अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल पर ईरान के हमले के बाद एक बैठक बुलाई. इसके बाद उन्होंने एक्स पर लिखा, “मैं इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर अपडेट के लिए अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मिला. ईरान और उसके प्रतिनिधियों से खतरों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है.”संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने एक्स पर लिखा, “मैंने सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को एक लेटर भेजकर परिषद की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है. लेटर में ये मांग भी की गई है कि परिषद स्पष्ट रूप से इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा करे और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को एक आतंकवादी संगठन घोषित करे. ईरान का हमला विश्व शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है और मैं उम्मीद करता हूं कि सुरक्षा परिषद हर तरह से ईरान के खिलाफ कार्रवाई करेगी.”यूरोपीय यूनियन ने ईरान के हमले की निंदा की है. ईयू का कहना है कि ईरान का हमला क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. यूरोपीय संघ के विदेशी मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने एक्स पर हमले की निंदा करते हुए इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया.जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने ईरान के हमले का विरोध किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “कल रात ईरान की ओर से इजरायली क्षेत्र पर किया गया हवाई हमला गैर-जिम्मेदाराना है और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है. हम इजरायल के पक्ष में खड़े हैं और हम अपने सहयोगियों के साथ आगे की हर बात पर चर्चा करेंगे.”संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ईरान के हमले की निंदा करते हुए एक्स पर लिखा, “मैं ईरान की ओर से इजरायल पर बड़े पैमाने पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं दोनों देशों से दुश्मनी को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता हूं. न तो यह क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध बर्दाश्त कर सकती है.”