दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना का पानी और बिजली की सब्सिडी को लेकर बड़ा बयान सामने आने के बाद सियासत तेज हो गई
दिल्ली में जनता को मिल रही बिजली, पानी और बस सेवा से जुड़ी मुफ़्त सब्सिडी पर कोई असर नहीं पड़ेगा
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना का पानी और बिजली की सब्सिडी को लेकर बड़ा बयान सामने आने के बाद सियासत तेज हो गई है. LG वीके सक्सेना ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में रहने से दिल्ली में जनता को मिल रही बिजली, पानी और बस सेवा से जुड़ी मुफ़्त सब्सिडी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. जिसके बाद दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इसे सीएम अरविंद केजरीवाल की बड़ी जीत करार दिया है.LG वीके सक्सेना ने कहा, ”क़ानून की उचित प्रक्रिया के तहत किसी व्यक्ति के जेल में रहने से दिल्ली में मिल रही बिजली, पानी और बस यात्रा सब्सिडी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.” उन्होंने आम आदमी पार्टी और और दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर जनता के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाया.
सीएम केजरीवाल की बड़ी जीत हुई- सौरभ भारद्वाज दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल की ओर से जारी बयान के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लिखा, ”दिल्ली के मुख्यमंत्री जी ने दिल्ली की जनता से वादा किया था कि वो जेल के बाहर हों या अंदर, दिल्ली के लोगों के काम नहीं रुकने देंगे. आज दिल्ली के बेटे और भाई अरविंद केजरीवाल की बड़ी जीत हुई है. दिल्ली की जनता की बड़ी जीत हुई है. जो बोलते थे, जेल से सरकार नहीं चलने देंगे, वो भी हार मान गये. उन्होंने माना कि दिल्ली के काम नहीं रुकेंगे, केजरीवाल सरकार जेल से चलेगी. काम होते रहेंगे.”
LG वीके सक्सेना ने सब्सिडी को लेकर क्या कहा?आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार के मंत्रियों की ओर से सब्सिडी को लेकर दी जा रही प्रतिक्रिया पर उपराज्यपाल के कार्यालय ने बयान जारी किया है. LG वीके सक्सेना के ऑफिस की तरफ़ से कहा गया है कि एक पार्टी विशेष और मंत्री पद की शपथ लेने वाले मंत्री लोगों के बीच बिजली, पानी और बस यात्रा से जुड़ी सब्सिडी को लेकर भ्रामक बयानबाजी कर रहे हैं. योजनाएं केंद सरकार और उपराज्यपाल की ओर से पास किये जाने वाले बजट का हिस्सा हैं. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की ओर से आगे कहा गया है कि ये किसी व्यक्ति या राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं. एक विशेष राजनीतिक दल के सदस्य और उसके मंत्री भ्रम पैदा करने के लिए स्पष्ट रूप से जानबूझकर झूठे और भ्रामक बयान दे रहे हैं.