भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कई स्थानों पर राम नवमी धूमधाम से मनाई जाती है
भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कई स्थानों पर राम नवमी धूमधाम से मनाई जाती है
वाल्मीकि रामायण के मुताबिक भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम का जन्म चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर हुआ था. इस दिन .इस साल राम नवमी 17 अप्रैल 2024 को है. राम नवमी पर राम जी के बालक स्वरूप की पूजा होती है. रामलला को प्रसन्न करने के लिए इस दिन उनके प्रिय पकवानों का भोग लगाना चाहिए. आइए जानते हैं श्रीराम को कौन सा भोग प्रिय है.
राम नवमी के भोग
पंजीरी – राम लला का सबसे प्रिय भोग है पंजीरी. राम नवमी के दिन श्रीराम को धनिए, घी, चीनी से बनी पंजीरी का भोग लगाएं. इसमें तुलसी दल जरुर डालें. मान्यता है मर्यादा पुरुषोत्तम जल्द प्रसन्न होते हैं और दांपत्य जीवन में मिठास बढ़ती है.
चावल की खीर – भगवान राम को खीर बहुत पसंद है. चावल को देव अन्न कहा जाता है. राम नवमी पर खीर का भोग लगाने से देवी लक्ष्मी की कृपा बरसती है. संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है. पौराणिक कथा के अनुसार माता कौशल्या ने दिव्य प्रसाद के रूप में खीर खाई थी जिसके बाद राम जी का जन्म हुआ. ये भी मान्यता है कि जब राम जी का जन्म हुआ था तब खीर बनाई गई थी.
पंचामृत – शास्त्रों में विष्णु भगवान की पूजा में पंचामृत का अत्यंत विशेष महत्व माना गया है. इसके बिना श्री हरि और उनके अवतारों की पूजा अधूरी मानी जाती है.राम नवमी पर दूध, दही, घी, शक्कर का पंचामृत बनाकर भोग लगाएं.
कंदमूल – राम नवमी पर कंदमूल या मीठे बेर राम जी को भोग लगाएं. पौराणिक कथा के अनुसार वनवास के दौरान भगवान राम ने कंदमूल खाए थे. इसके अलावा बेर भी राम जी का पसंदीदा भोग है. मान्यता है इससे परिवरा में खुशहाली आती है. सुख-समृद्धि का वास होता है.
केसर भात – राम नवमी पर घर में केसर भात का भोग रामलला को लगाएं. मान्यता है राम जी को केसर भात का भोग लगाने दरिद्रता का नाश होता है.