पहले चरण के मतदान में 2019 के अपेक्षा 5 से लेकर 9 फीसदी तक वोटिंग कम हुई
गेहूं कटाई के चलते व्यस्त चल रहे किसानों, मजदूरों और ग्रामीणों को मुख्य रूप से बूथ तक पहुंचाने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई
पहले चरण के मतदान में 2019 के अपेक्षा 5 से लेकर 9 फीसदी तक वोटिंग कम हुई है इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व परेशान है और उसकी कोशिश है कि वह अगले चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ाए .भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए कोर कमेटी की बैठक भी की है जिसमें मतदान प्रतिशत को जोर-शोर से बढ़ाने के लिए भाजपा ने रणनीति बनाई है. इस बैठक में पार्टी पदाधिकारियों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को बूथ पर अधिक से अधिक सक्रिय करने की रणनीति बनी है तो वहीं गर्मी के साथ-साथ गेहूं की कटाई के कारण व्यस्त चल रहे किसानों और ग्रामीण अंचल के लोगों को बूथ तक हर हाल में पहुंचाने की भी रणनीति बनी है.पहले चरण की आठ लोकसभा सीटों पर हुए मतदान को लेकर भारतीय जनता पार्टी में कोर कमेटी की बैठक में मंथन किया इसमें वोट प्रतिशत में कमी आने पर चिंतन किया गया और अगले फेस में वोट प्रतिशत बढ़ाने पर भी मनन किया गया . इस बैठक में यह किया गया कि बूथ के कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक सक्रिय किया जाए जिससे वह हर हाल में लोगों को अगले चरण में मतदान स्थल तक ले जाएं जिससे मत प्रतिशत बढ़ सके . इसके लिए पार्टी ने हर स्तर पर समन्वय करने के लिए भी मंथन किया है
इस बैठक में गर्मी से लेकर गेहूं कटाई के चलते व्यस्त चल रहे किसानों, मजदूरों और ग्रामीणों को मुख्य रूप से बूथ तक पहुंचाने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है और इसे तुरंत अमली जामा पहनाने के लिए बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को एक्टिव करने का निर्णय लिया गया है . इसी के साथ पार्टी ने निचले स्तर पर समन्वय के लिए भी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी से बैठक कर उन्हें इस रणनीति को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. इस बार सहारनपुर में 66.65 प्रतिशत वोट पड़ा तो वही 2019 में 70.87 प्रतिशत वोट पड़ा था, पीलीभीत में 63.39 प्रतिशत वोट पड़ा तो वहीं 2019 में 67.41 प्रतिशत वोट पड़ा था, कैराना में 61.17 प्रतिशत वोट पड़ा तो वहीं 2019 में 67.45 प्रतिशत वोट पड़ा था, मुरादाबाद में 60.05% वोट पड़ा तो वहीं 2019 में 65.46 प्रतिशत वोट पड़ा था , मुजफ्फरनगर में 60.02% वोट पड़ा तो वहीं 2019 में 68.42% वोट पड़ा था , नगीना में 59.54 प्रतिशत वोट पड़ा तो वही 2019 में 63.66 प्रतिशत वोट पड़ा था , बिजनौर में 58.21 प्रतिशत वोट पड़ा तो वहीं 2019 में 66.22 प्रतिशत वोट पड़ा था , रामपुर में इस बार 55.75 प्रतिशत वोट पड़ा तो वहीं 2019 में 63.19 प्रतिशत वोट पड़ा था.