व्यापार
भारत और पड़ोसी देश चीन के बीच कई मामलों में मुकाबला चलता है. एक ऐसा ही मामला है सबसे ज्यादा सोना खरीदने का
पिछले सप्ताह भाव पहली बार 2,400 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गए थे.
भारत और पड़ोसी देश चीन के बीच कई मामलों में मुकाबला चलता है. एक ऐसा ही मामला है सबसे ज्यादा सोना खरीदने का. दशकों से यही होता आ रहा है कि दुनिया में सबसे ज्यादा सोना या तो भारत खरीदता है या पड़ोसी चीन.इधर कुछ समय से भारत दुनिया का सबसे ज्यादा सोना खरीदने वाला देश बना हुआ था. हालांकि अभी चीन ने एक बार फिर से भारत को पीछे छोड़ दिया है और सोना खरीदने के मामले में दुनिया का नंबर वन देश बन गया है.हांगकांग बेस्ड कंसल्टेंट प्रीसियस मेटल्स इनसाइट्स की मानें तो पिछले एक साल के दौरान चीन में सोने की ज्वेलरी, सोने की ईंटों (गोल्ड बार) और सोने के सिक्कों की खपत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है.इस दौरान चीन में सोने की ज्वेलरी की डिमांड में 10 फीसदी की तेजी आई है. वहीं ईंटों और सिक्कों में चीन का निवेश 28 फीसदी बढ़ गया है. दूसरी ओर सोने की ज्वेलरी की भारत में डिमांड पिछले एक साल में 6 फीसदी कम हुई है.
चीन दुनिया में सबसे ज्यादा सोने का उत्खनन करता है, लेकिन उसके बाद भी उसे बाहर से भारी पैमाने पर खरीदना पड़ता है. पिछले 2 साल में चीन ने अन्य देशों से 2,800 टन से ज्यादा सोना खरीदा है. यह अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के कुल स्वर्ण भंडार के एक तिहाई के बराबर है.चीन में एक ओर सेंट्रल बैंक लगातार 17 महीने से सोना खरीदते जा रहा है, दूसरी ओर लोगों ने चीनी नव वर्ष के मौके पर खूब सोना खरीदा है. जनवरी-मार्च के दौरान लोगों की सोने की खरीद पिछले साल से 34 फीसदी ज्यादा रही है.अभी सोने की कीमतों को रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंचाने में चीन की बढ़ी खरीदारी भी जिम्मेदार है. इस साल सोना अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नए रिकॉर्ड उच्च स्तर तक जा चुका है. पिछले सप्ताह भाव पहली बार 2,400 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गए थे