शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे राजकुमार चौहान ने बुधवार (24 अप्रैल) को पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
लोकसभा चुनाव के लिए जारी कैंपेन के बीच दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका
लोकसभा चुनाव के लिए जारी कैंपेन के बीच दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे राजकुमार चौहान ने बुधवार (24 अप्रैल) को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. चौहान उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट से उदित राज को उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज हैं. इससे पहले दिल्ली कांग्रेस की अनुशासन समिति ने मंगलवार को एक बैठक की और राजकुमार चौहान के खिलाफ शिकायतों पर कोई कार्रवाई करने का फैसला एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) पर छोड़ दिया.
बैठक में हुई थी बहस सूत्रों ने बताया कि रविवार को एआईसीसी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया के आवास पर हुई बैठक के दौरान उनके और चौहान के बीच तीखी बहस हुई थी. इसी के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी. पार्टी ने कहा कि नरेंद्र नाथ की अध्यक्षता में दिल्ली कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एआईसीसी को दिल्ली के पूर्व मंत्री चौहान के खिलाफ शिकायत पर फैसला करना चाहिए.
कौन हैं राजकुमार चौहान? राजकुमार चौहान 1993 से 2013 तक दिल्ली की मंगोलपुरी सीट से चार बार विधायक चुने गए थे. उन्हें 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की नेता राखी बिड़लान से हार का सामना करना पड़ा था.
उदित राज के खिलाफ प्रदर्शन सोमवार को कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने उत्तर पश्चिम दिल्ली से उम्मीदवार उदित राज के नामांकन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारी दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर कांग्रेस कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और उम्मीदवारों को बाहरी बताते हुए नारेबाजी की.कांग्रेस दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन में आम चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस ने तीन और आप ने चार सीटों पर उम्मदीवार उतारे हैं.कांग्रेस ने चांदनी चौक से जय प्रकाश अग्रवाल, उत्तर पश्चिम दिल्ली से उदित राज और उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है. दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा.