आजमगढ में भाजपा के निरहुआ और समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव के बीच बसपा ने महिला प्रत्याशी शबीहा अंसारी को टिकट देकर चुनाव
आजमगढ़ की जनता पढ़ी लिखी और कान्तिकारी धरती है. लंबे समय बाद इस हाट सीट पर एक मुस्लिम महिला चुनावी मैदान में उतारी गई
आजमगढ में भाजपा के निरहुआ और समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव के बीच बसपा ने महिला प्रत्याशी शबीहा अंसारी को टिकट देकर चुनाव को रोचक बना दिया है. टिकट मिलने के बाद शबीहा अंसारी बसपा प्रमुख मायावती को धन्यवाद दे रही है और खुद के स्थानीय प्रत्याशी होने का दंभ भरते हुए जीत का दावा भी कर रही है.नगर के पहाडपुर स्थित आवास पर बातचीत करते हुए बसपा प्रत्याशी शबीहा अंसारी बसपा प्रमुख मायावती को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने आजमगढ़ की एक ऐसी महिला को चुना है जो यहां की निवासी हैं और सामाजिक कार्य करती है. उन्होंने कहा कि वह अपने आप में ही एक बड़ा मुद्दा है. आजमगढ़ की जनता पढ़ी लिखी और कान्तिकारी धरती है. लंबे समय बाद इस हाट सीट पर एक मुस्लिम महिला चुनावी मैदान में उतारी गई है. आजमगढ़ की जनता बहुत समझदार है. वे इस फैसले व विश्वास पर खरी उतरेगी.
शबीहा अंसारी ने किया जीत का दावा
शबीहा अंसारी ने कहा कि वह एक सोशल वर्कर हैं. उन्होंने उस समय काम किया है जब कोरोना काल में कोई बाहर नहीं निकलता था तब वह लोगों के बीच काम करती थी. उस समय फिजिकल व जो उनकी सामर्थ्य थी उन्होने लोगों की मदद की तो लोगों की सेवा करना ही काम है. उन्होने कहा कि एक मुस्लिम महिला होकर बाहर निकलकर काम की हूं तो इसका मुझे पहले भी प्यार दुलार मिलता था और आज तो मुझे इतना अपार प्यार दुलार मिल रहा है कि मैं उसे समेट नहीं पा रही है.उन्होने कहा कि मेरा चुनाव लड़ने का अभी कोई इरादा नहीं था. वे कांग्रेस में थी और विधानसभा चुनाव लड़ने की सोच रही थी लेकिन बहन जी ने यह ऐतिहासिक फैसला करके मुझे जो यह अवसर प्रदान किया है. उन्होने कहा कि वह बुनकर समाज की बेटी है. आजादी के बाद यह पहला अवसर जब एक बुनकर बेटी इतना बड़ा पार्लियामेंट का चुनाव लड़ रही है. यह ऐतिहासिक बात है. जनता अपनी इस बेटी की आवाज को बुलंद करने के लिए पार्लियामेंट में भेजेगी.