रायबरेली और अमेठी सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया
राहुल गांधी पर अपनी मां सोनिया गांधी की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी.
रायबरेली और अमेठी सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान शुक्रवार को कर दिया है. कांग्रेस ने रायबरेली सीट पर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि अमेठी सीट पर पार्टी ने किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है.अब राहुल गांधी पर अपनी मां सोनिया गांधी की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी. हालांकि राहुल गांधी को उनकी सीट अमेठी के बजाय रायबरेली से उम्मीदवार बनाए जाने के पीछे दो खास वजह बताई जा रही है. माना जा रहा है कि चूंकि राहुल गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष थे और रायबरेली सीट पर इससे पहले सोनिया गांधी सांसद थीं, ऐसे में यह सीट पार्टी प्रेसिंडेंट पद पर आसीन नेताओं की मानी जा रही थी.
राहुल गांधी को किया आगे दूसरी ओर प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा कथित तौर पर चुनाव लड़ने से इनकार करने पर मां सोनिया गांधी की सियासी विरासत संभालने के लिए राहुल को आगे किया गया है. रायबरेली सीट पर साल 2004 से साल 2019 तक सोनिया गांधी सांसद थीं. सांसद रहते हुए वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष थीं. इसके अलावा उन्होंने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की भी अध्यक्ष थीं.फरवरी 2024 में संपन्न हुए राज्यसभा चुनाव में सोनिया गांधी, राजस्थान से राज्यसभा जा चुकी हैं. बीते ही महीने उन्होंने राज्यसभा सांसद की शपथ भी ली है. ऐसे में इस बार वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं.अमेठी की बात करें तो यहां से कांग्रेस नेताओं की मांग थी कि राहुल गांधी को बतौर प्रत्याशी भेजा जाए. हालांकि पार्टी ने केएल शर्मा पर दांव लगाया है. राहुल साल 2019 में कांग्रेस के टिकट पर स्मृति ईरानी से सियासी मुकाबले में 55,000 मतों से चुनाव हार गए थे. वह साल 2004 से साल 2019 तक इस सीट से सांसद थे.