दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है. नीरज बवाना गैंग के एक गुर्गे पर पुलिस ने शिकंजा कसा
वहीं साल 2019 में गैंगस्टर सद्दाम उर्फ गौरी की दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से मुठभेड़ भी हुई थी. इस दौरान उसके 2 साथी दलीप और उस्मान भी साथ में थे
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है. नीरज बवाना गैंग के एक गुर्गे पर पुलिस ने शिकंजा कसा है. पुलिस ने गैंगस्टर सद्दाम उर्फ गौरी को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है. सद्दाम के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. दिल्ली पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हुई है. बता दें कि सद्दाम गौरी गैंगस्टर नीरज बवाना का खास माना जाता है. साल 2014 के दिसंबर में बागपत में नीरज के करीबी गैंगस्टर अमित भूरा को उत्तराखंड पुलिस की कस्टडी से छुड़ाने वाला भी सद्दाम उर्फ गौरी ही था. यहीं नहीं आरोपी पुलिस की AK47 एसएलआर लेकर भागा था.
2019 में मेरठ में हुई थी पुलिस से मुठभेड़
वहीं साल 2019 में गैंगस्टर सद्दाम उर्फ गौरी की दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से मुठभेड़ भी हुई थी. इस दौरान उसके 2 साथी दलीप और उस्मान भी साथ में थे. दिल्ली पुलिस के साथ-साथ मेरठ पुलिस भी इस ऑपरेशन में शामिल थी. दोनों तरफ से करीब 20 राउंड फायरिंग हुई थी. इस दौरान सद्दाम के पैर में गोली लगी थी और उसके दोनों साथियों सहित उसे भी गिरफ्तार कर लिया था. इस दौरान आरोपियों से अवैध हथियार और गाड़ी भी बरामद की गई थी.
सद्दाम गौरी गैंग का हिस्ट्रीशीटर भी चढ़ा था पुलिस के हत्थे
इसके बाद साल अक्टूबर साल 2020 में दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर सद्दाम उर्फ गौरी गैंग के हिस्ट्रीशीटर दीपक बूंदा को उसके साथ के साथ गिरफ्तार किया था. पुलिस को विकासपुर इलाके में दीपक बूंदा के आने की सूचना मिली थी. जिसके बाद विकासपुरी में बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग की गई, इस दौरान एक बुलेट मोटरसाइकिल को पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो दीपक बूंदा ने रुकने की बजाय बाइक की स्पीड बढ़ा दी. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पीछा किया तो उन्होंने पुलिस पर गोली चला दी. जवाबी कार्रवाई में जब पुलिस ने फायरिंग की तो दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.