लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान में भारतीय जनता पार्टी और इंडिया गठबंधन के बीच चल रही जुबानी जंग
पीएम मोदी, बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल गांधी के बयानों को तोड़-मरोड़ कर जनता के सामने पेश करने लेकर कांग्रेस ने सख्त नाराजगी जताई
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान में भारतीय जनता पार्टी और इंडिया गठबंधन के बीच चल रही जुबानी जंग अब कानूनी लड़ाई में तब्दील होती जा रही है. बीते कुछ दिनों से पीएम मोदी, बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल गांधी के बयानों को तोड़-मरोड़ कर जनता के सामने पेश करने लेकर कांग्रेस ने सख्त नाराजगी जताई है. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए, अब उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना चुकी है कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के वकीलों के साथ पहले तो 4 मई को तुगलक रोड थाने के बीजेपी और उनके नेताओं द्वारा राहुल गांधी के बयानों को तोड़-मरोड़ कर और वीडियो को एडिट कर लोगों के सामने पेश करने और सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. और अब दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने बाकायदा दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा से मिल कर उन्हें इस पूरे मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की है.दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया चेयरमैन पवन खेड़ा, सोशल मीडिया चेयरमैन सुप्रिया श्रीनेत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, अनिल चैधरी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सचिव अभिषेक दत, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज, पूर्व विधायक हसन अहमद, लीगल व मानव अधिकार विभाग के चेयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार, अनूप शौकीन, अब्दुल वाहिद कुरैशी शामिल थे.
बीजेपी के इस रवैये के खिलाफ हो कार्रवाई कांग्रेस की ओर सेस चार मई को तुगलक रोड थाने में दी शिकायत को लेकर पार्टी नेताओं ने कहा कि बीजेपी और उनसे जुड़े नेता एवं अन्य प्रतिनिधि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान जनता को गुमराह करने, भड़काने और लोगों के बीच आपसी दुश्मनी पैदा करने के लिए फर्जी और मनगढ़ंत खबरें प्रसारित कर रहे हैं.
‘बीजेपी जनता को न करे गुमराह’दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने पुलिस कमिश्नर को पूरे मामले से अवगत कराते हुए यह मांग की कि इस मामले में जल्द से जल्द एफआईआर करके दोषियों को दंडित किया जाए. उन्होंने सीपी को उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार उनके नेता राहुल गांधी की वीडियो को एडिट और छेड़छाड़ कर उनके भाषण, जिसमें उन्होंने एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के लिए बयान दिया था, को सिर्फ अल्पसंख्यक वर्ग के लिए बताकर भ्रामक बना दिया.
दुर्भावानपूर्ण कार्रवाई पर लगे रोक – देवेन्द्र यादव उन्होंने कहा, ‘ऐसी दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों पर रोक लगनी चाहिए. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. इस दौरान उन्होंने सीपी दिल्ली से दिल्ली पुलिस के रवैये के प्रति असंतोष जाहिर करते हुए यह भी कहा कि एक तरफ तो पुलिस बीजेपी को सपोर्ट करते हुए स्वयं संज्ञान ले लेती है, दूसरी तरफ कांग्रेस और विपक्षी दल किसी अति संवेदनशील विषय पर शिकायत दर्ज कराते हैं तो उनको लंबा इंतजार कराया जाता है.’