कृषि

“कांटों में छिपा, प्यार का राज़,महक से फैलाए, मोहब्बत का अंजाम. गुलाब का फूल, जिंदगी का सार,हर पल, हर सांस, हो प्यार से भरपूर.” दुनिया भर में गुलाब को प्यार प्रतीक माना जाता है.

. गुलाब की मदद से कई प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं. जिनमें गुलाब जल, गुलकंद से लेकर कन्नौज और हसायन का प्रसिद्ध इत्र भी शामिल है

“कांटों में छिपा, प्यार का राज़,महक से फैलाए, मोहब्बत का अंजाम. गुलाब का फूल, जिंदगी का सार,हर पल, हर सांस, हो प्यार से भरपूर.” दुनिया भर में गुलाब को प्यार प्रतीक माना जाता है. लोग अक्सर अपने प्यार का इजहार करने के लिए गुलाब के फूल का इस्तेमाल करते हैं. आज नेशनल रेड रोज डे है, इस मौके पर हम आपको बताने जा रहें कि भारत के किस राज्य में सबसे ज्यादा इसकी खेती की जाती है.विश्व में भारत गुलाब की खेती करने के मामले में शीर्ष स्थानों पर है. गुलाब की मदद से कई प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं. जिनमें गुलाब जल, गुलकंद से लेकर कन्नौज और हसायन का प्रसिद्ध इत्र भी शामिल है. इनके अलावा भी बहुत से ऐसे प्रोडक्ट्स हैं जो गुलाब से बनते हैं. इसकी खेती करने वालों को ये तगड़ा मुनाफा देकर जाता है.रिपोर्ट्स बताती हैं कि देश में सबसे ज्यादा गुलाब की खेती करने वाले प्रदेश में कर्नाटक टॉप पर है. एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) की रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक ने 2022 में फूलों का उत्पादन 1,71,880 टन कर दोगुना कर लिया, जो 2018 के 76,910 टन से बहुत ज्यादा है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि बेंगलुरु का डच गुलाब काफी ज्यादा लोकप्रिय है. देश भर से विदेश जाने वाले गुलाब में एक काफी बड़ा हिस्सा कर्नाटक का भी होता है. जिसका इसके काम से जुड़े लोगों को काफी लाभ भी मिलता है.

गुलाब की खेती के जरूरी मापदंड

गुलाब की खेती के लिए 15 से 28 डिग्री तापमान अच्छा होता है. इसकी खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए. गुलाब उगाने के लिए रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. इसका कतारों में रोपण करें, पौधों के बीच 2-3 फीट की दूरी रखें.

कब करें कटाई

गुलाब के फूलों की पंखुड़ियां चमकीले रंग की होने पर काटने का सही वक्त होता है. अगले वर्ष गुलाब के खेत में फूलों की अच्छी पैदावार होती है. मार्च के महीने में इनकी छंटाई के बाद अच्छे फूल आने लगते हैं. गुलाब की कटाई के बाद फूलों को पानी में डालकर कोल्ड स्टोरेज में रखना चाहिए.

JNS News 24

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