अहिंसा के रास्ते पर चलने के लिए वितरित की भगवान महावीर की पुस्तक
गुरुवार को जैन मिलन वर्द्धमान अलीगढ़ नगर के पदाधिकारियों ने भगवान महावीर के 2550 वें निर्वाण महोत्सव
गुरुवार को जैन मिलन वर्द्धमान अलीगढ़ नगर के पदाधिकारियों ने भगवान महावीर के 2550 वें निर्वाण महोत्सव वर्ष के अंतर्गत जिला कारागार मे भगवान महावीर के संदेशों को कड़वे प्रवचन के लिए विख्यात समाधिस्थ जैन मुनि श्री तरुण सागर महाराज के साहित्यों के
माध्यम से डिप्टी जेलर राजेश कुमार राय एवं निखिल श्रीवास्तव को बंदियों के लिए प्रदान किया।समिति के संरक्षक राजीव जैन ने कहा की इस किताबों के माध्यम से बंदियों को अपने अंदर अपार संभावनाएं समझने एवं बाकी बचे जीवन में अच्छा से अच्छा कर सकने की संभावनाओं को तलाशना और उन्हें अपने अंदर पैदा करना ही आपका मकसद होना चाहिए यह समझ आयेगा।जैन मुनि ने अपनी किताबों में कहा है क्या आप अपने जीवन के बगीचे को देखना नहीं चाहेंगे। आप अपने जीवन के बगीचे को देखिए और फिर यदि आपको ऐसा लगे कि आपके जीवन के बगीचे में कोई अपराध रूप गंदा पौधा उग आया है, तो उसे जड़ समेत उखाड़ फेंकिए, ताकि आपके जीवन का बगीचा भी सुंदर और सुगंधित हो सके। इस मौके पर समिति के संरक्षक राजीव जैन ,मंत्री मयंक जैन ,उपाध्यक्ष कुणाल जैन, संयोजक प्रशांत जैन उपस्थित रहे।