देश के कई हिस्सों में मानसून ने दस्तक दी दी है. एक्सपर्ट्स के अनुसार खरीफ की फसल को बोने के लिए ये माह काफी अच्छा होता है
बीन्स की खेती के लिए जुलाई व अगस्त का महीना सबसे अच्छा होता है.
देश के कई हिस्सों में मानसून ने दस्तक दी दी है. एक्सपर्ट्स के अनुसार खरीफ की फसल को बोने के लिए ये माह काफी अच्छा होता है. इसके साथ-साथ इस मौसम में कुछ ऐसी सब्जियां भी होती हैं. जो बहुत ही तेजी से बढ़ती हैं. कई फसलों को इस मौसम में सिंचाई की भी जरूरत नहीं पड़ती है. आइए जानते हैं ऐसी ही फसलों के बारे में जो कम से समय में ज्यादा बड़ी होकर किसानों को अधिक लाभ दे सकती हैं.इस मौसम में किसान भाई मिर्च और धनिये की खेती कर सकते हैं. मानसून के टाइम पर ये फसलें बहुत तेजी से बढ़ती हैं. साथ ही इन्हें ज्यादा देखरेख भी जरूरत नहीं होती है. इन दोनों ही फसलों को बलुई दोमट या फिर लाल मिट्टी की जरूरत होती है. बारिश के सीजन में खीरा और मूली की खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इन दोनों फसलों को लगाने के लिए ज्यादा जगह की आवश्यकता नहीं पड़ती है. दोनों फसलें महज तीन से चार सप्ताह में तैयार हो जाती हैं और किसानों को अच्छा खासा मुनाफा दे जाती हैं.बैंगन और टमाटर की खेती साल के किसी भी मौसम में की जा सकती है. सर्दियों में भी इनकी खेती की जा सकती है. बरसात के मौसम में भी इनकी बुवाई कर बंपर उत्पादन हासिल किया जा सकता है. बीन्स की खेती के लिए जुलाई व अगस्त का महीना सबसे अच्छा होता है. ये दोनों पौधे बेलदार होते हैं, इसलिए इन्हें किसी पेड़ या दीवार के सहारे लगाना चाहिए. बारिश के मौसम में इनके फल अच्छे से विकसित होते हैं. इनके अलावा पालक और तोरई ऐसी सब्जियां हैं जिनकी खेती बारिश के मौसम में आसानी से और कम लागत में की जा सकती है. दोनों ही फसलों के लिए दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है.
इन बातों का रखें खास ध्यान
- अपनी फसल के लिए सही बीज का चुनाव करें.
- खेती करने से पहले मिट्टी का परीक्षण करवा लें.
- खरपतवार नियंत्रण और सिंचाई का ध्यान रखें.
- अपनी फसल का बीमा करवा लें.
- समय पर कटाई करें और अपनी उपज को मंडी में बेचें.