नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में खाली क्षेत्रों में बन रहे मकानों के बीच सड़क, नाली की समस्या गंभीर होती जा रही है
नगर निगम के वार्ड नम्बर 07 अवतार नगर व आजाद हिंद नगर में नाली व सड़क के अभाव के कारण होने वाली समस्याओं से उबर नहीं पा रही
नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में खाली क्षेत्रों में बन रहे मकानों के बीच सड़क, नाली की समस्या गंभीर होती जा रही है। ऐसा ही हाल सासनीगेट क्षेत्र के वार्ड नंबर 07 अवतार नगर व आजाद हिंद नगर का है। यहां पर सड़क व नालियों नहीं हैं लोगों को गंदे पानी से होकर निकलना पड़ रहा है। वहीं, संक्रामक बीमारियों का भी भय बना रहता है। इसके बाद भी जिम्मेदार लोग इस तरह की समस्या की अनदेखी कर रहे हैं।नगर निगम के वार्ड नम्बर 07 अवतार नगर व आजाद हिंद नगर में नाली व सड़क के अभाव के कारण होने वाली समस्याओं से उबर नहीं पा रही है। आलम यह है कि बीते दिनों हुई बारिश से जहां गलियों में जल भराव से आवागमन में परेशानी बनी रही तो अब बारिश समाप्त होने के बाद भी गलियों में कीचड़ की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है। यहां पर घरों से निकलने वाला पानी नाली के अभाव में गलियों में भर रहा है। इससे कच्ची गलियों में कीचड़ हो जाता है। जहां से मोहल्लेवासियों को वाहनों की निकासी तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसी ही स्थिति नगर निगम के वाउर् नम्बर 07 अवतार नगर व आजाद हिंद नगर की है। अवतार नगर और आजाद हिंद नगर के लोगों का कहना है कि मैन सड़क से अलग रास्तों में मकानों का निर्माण हो गया है। जहां पर बस्तियों में निवास हो गया है, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। इसके अलावा पानी की निकासी के लिए नाली नहीं बनाई गईं है। ऐसे में घरों से निकलने वाले पानी की निकासी सीधे रास्ते में हो रही है। रास्ता कच्चा होने से जलभराव होने पर कीचड़ में तब्दील हो गए हैं। ऐसे में लोगों को वाहनों की निकासी तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। मजबूरन कीचड़ से होकर निकलना पड़ रहा है। स्कूली बच्चे को निकलने में गिरने का भय बना रहता है। अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल जाते समय सड़क तक छोड़ने के लिए आना पड़ रहा है। वहीं, घरों के आसपास में जलभराव होने से मच्छर भी पनप रहे हैं। इससे मच्छर जनित बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। वहीं, महेन्द्र नगर में नालियों के क्षतिग्रस्त होने से पक्की सड़क पर भी जलभराव हो रहा है। ऐसे में सड़क से वाहनों की निकासी में राहगीरों के ऊपर आ जाता है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी अनदेखा कर रहे हैं। इसका खामियाजा आम लोगों के कीचड़ से निकल कर भुगतना पड़ रहा है। न तो सड़क बनाई गई और न ही नाली का निर्माण हो सका है। इससे नालियों के पानी का जलभराव गली में हो रहा है। जिससे रास्ता कीचड़ में तब्दील हो जाता है। यहां से बच्चों को निकलने में परेशानी हो रही है।