मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 6 से अधिक बार मिलकर महाविद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए निवेदन किया,
महाविद्यालय को उच्च श्रेणी का विद्यालय बनाने के लिए 22 करोड़ का बजट आवंटित कर दिया.
बस्ती जनपद में पचवस महाविद्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा था. वर्ष 2017 में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जानकारी में आया कि इस विद्यालय को किसी भागीरथ का इंतजार है फिर क्या था जैसे ही योगी आदित्यनाथ को यूपी की कमान मिली तो उन्होंने बस्ती के लोगों से किया हुआ वादा पूरा करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 के चुनाव में कहा था कि पचवस महाविद्यालय के लिए भी जरूर कुछ ऐसा करेंगे जिससे यह फिर से अपने अस्तित्व में लौट सके. पचवस गांव के निवासी और बीजेपी के नेता अखंड सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 6 से अधिक बार मिलकर महाविद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए निवेदन किया, जैसे ही मुख्यमंत्री को याद आया कि उन्होंने बस्ती के लोगों से क्या वादा किया था तो फिर क्या था तो उन्होंने तुरंत अपने अधिकारियों को निर्देशित किया और पचवस महाविद्यालय को उच्च श्रेणी का विद्यालय बनाने के लिए 22 करोड़ का बजट आवंटित कर दिया.भाजपा नेता अखंड सिंह ने बताया कि वे पचवस गांव के रहने वाले हैं और इस गांव को सैनिकों वाला गांव कहा जाता है मतलब यह एक ऐसा गांव है जहां हर घर में सैनिक पैदा होता है, लगभग अभी भी इस गांव के हर घर का कोई ना कोई सेना में जरूर है. इसी गांव के रहने वाले दिवंगत करनल केसरी सिंह ने पचवस महाविद्यालय की स्थापना की थी, ताकि इसके विशालकाय परिसर का प्रयोग कर युवा सेना में भरती होने का प्रशिक्षण ले सके. इस महा विद्यालय के मैदान में पसीना बहाकर सैंकड़ों युवा सेना में पहुंचे और अपनी सेवाए दे रहे है. अखंड सिंह ने कहा कि बजट आवंटित होने के साथ ही सारी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, टेंडर के बाद सीएनडीएस को कार्य का जिम्मा मिला है, अब जल्द ही आने वाले कुछ समय में पचवस महा विद्यालय को एक नए रंग रूप में देखा जा सकेगा. ये विद्यालय उन बच्चो के लिए एक वरदान साबित होगा जो उच्च शिक्षा के लिए बाहर के जिलो में यूनिवर्सिटी या अच्छे महा विद्यालयों में जाने को मजबूर होते है. अब उन्हे सारी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कोर्स और शिक्षा का माहौल पचवस महा विद्यालय में एक ही कैंपस में मिलेगा. बजट के तहत महाविद्यालय में दो फैकल्टी विज्ञान और वाणिज्य संकाय, मीटिंग हाल, ऑडिटोरियम, जिम्नेजियम हाल सहित पोस्ट ग्रेजुएट की सुविधा भी आने वाले समय में देखने को मिलेगी.