सीडीओ के स्टेनो भूपेन्द्र कुमार सिंह का हुआ आकस्मिक निधन
विकास भवन में शोकसभा का आयोजन कर दी गई श्रद्धांजलि
मुख्य विकास अधिकारी के स्टेनो रहे भूपेंद्र कुमार सिंह का सोमवार प्रातःकाल आकस्मिक निधन हो गया। उनके देहांत की खबर पूरे अलीगढ़ में इस तरह से फैली कि उनके निवास स्थान पर उनके चाहने वालों की भीड़ जमा हो गई। वह 59 वर्ष के थे। भूपेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ राज्य कर्मचारी कॉलोनी में रहते थे। मूलरूप से चंडौस विकास खण्ड के मढ़ौला गांव के रहने वाले भूपेंद्र कुमार अपने पीछे पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। इसी वर्ष फरवरी में उन्होंने बेटे की शादी की थी। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है और छोटी बेटी की शादी कि जिम्मेदारी बाकी रह गई।जिला विकास अधिकारी आलोक आर्या की अध्यक्षता में सोमवार को विकास भवन हॉल में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में अधिकारियों एवं सभी कार्यालयों के कर्मियों ने दो मिनट का मौन रख कर मृतक भूपेंद्र कुमार सिंह की आत्मा की शांति की प्रार्थना और शोकाकुल परिवार को इस दुःख को सहने की क्षमता प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर श्रद्धांजलि अर्पित की।आपका पहले जिला विकास अधिकारी के स्टेनो के तौर पर सफल कार्यकाल रहा। 2001 में निवर्तमान स्टेनों की सेवानिवृत्त होने के बाद सीडीओ के स्टेनों पद की जिम्मेदारी मिली। सीडीओ के स्टेनो के रूप में 23 वर्ष का लम्बा एवं सफलतम कार्यकाल रहा। वह इसी वर्ष दिसम्बर माह में सेवानिवृत्त होने वाले थेबताया जाता है कि भूपेंद्र कुमार सिंह को वर्ष 2015 में हृदयाघात हुआ था, परन्तु चिकित्सा के उपरांत वह स्वस्थ्य हो गए थे। रूटीन जाँच के लिए समय-समय पर दिल्ली अवश्य जाते थे। रविवार को अचानक सांस फूलने की शिकायत पर उन्हें दिल्ली ले जाया गया, जहाँ सामान्य चिकित्सा के उपरांत उन्होंने अंतिम सांस लीभूपेंद्र कुमार सिंह अत्यंत ही सुहृद, दयालु और मिलनसार व्यक्ति थे। विकास के मुखिया के स्टेनो होने के नाते जब भी कोई दीन हीन उनके पास आता वह उसकी हरसंभव मदद करने का प्रयास करते। उनके सहकर्मी लिपिक साथी योगेश प्रकाश और बिजेंद्र ने बताया कि अधिकारी हो या कर्मचारी सभी से मृदु व्यवहार एवं संयमित भाषा शैली में बात करते थे। इस अवसर पर पीडी डीआरडीए भाल चन्द त्रिपाठी, डीसी मनरेगा दीनदयाल वर्मा एएओ अश्वनी कुमार पाण्डेय, एडी सूचना संदीप कुमार समेत अन्य अधिकारी व विकास भवन कार्मिक उपस्थित रहे।